सस्ती सेवाएं देने वाली एयरलाइन कंपनी गो फर्स्ट (Go First) पैसों की गंभीर तंगी से जूझ रही है और इसी कारण कंपनी के प्रमुख अधिकारी ने दो दिनों के लिए कंपनी का संचालन अस्थायी रूप से बंद करने का फैसला किया है।
जानी मानी एयरलाइन गो फर्स्ट के सीईओ कौशिक खोना ने मंगलवार को कहा कि फंड के गंभीर संकट की वजह से गो फर्स्ट तीन और चार मई को अस्थायी रूप से अपनी उड़ानें निलंबित रखेगी।
उन्होंने कहा कि पी एंड डब्ल्यू से इंजन की आपूर्ति नहीं होने से गो फर्स्ट फाइनेंशियल समस्याओं का सामना कर रही है और कंपनी के 28 विमानों का आपरेशनल बंद हो गया है।
कंपनी ने सीईओ ने यह भी कहा कि गो फर्स्ट ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) के समक्ष स्वैच्छिक दिवाला समाधान प्रक्रिया के लिए आवेदन किया है।
बता दें कि साल 2005 में वाडिया समूह ने एविएशन सेक्टर में कदम रखा था। देश के मशहूर बिजनेस घरानों में से एक वाडिया समूह के मालिक नुस्ली वाडिया के बेटे जेह वाडिया ने गो फर्स्ट एयरलाइंस की शुरुआत की थी।
कहा बिगड़ी एयरलाइन की कहानी ?
कंपनी ने एयरलाइन की शुरूआत तो जोरो शोरों से की लेकिन समूह के पास इस बिजनेस को लेकर कोई सॉलिड आइडिया या अनुभव नहीं था। गो फर्स्ट से करीब सालभर बाद शुरू होने वाली एयरलाइंस कंपनी इंडिगो काफी तेजी से ‘उड़ान’ भर रही थी।
साल 2014 में इंडिगो एयरलाइंस के पास प्लेन का बेड़ा 100 के आसपास पहुंच चुका था, जबकि इस समय गो फर्स्ट एयरलाइंस के बेड़े में 20 प्लेन भी नहीं हो पाए थे। आज भी विमानों की संख्या के मामले में गो फर्स्ट IndiGo से 5 कदम पीछे है।
गो फर्स्ट के कर्मचारियों की संख्या 5,000 से अधिक
खोना ने पीटीआई-भाषा से कहा कि एयरलाइन को प्रैट एंड व्हिटनी (p&w) से इंजन की आपूर्ति नहीं मिलने की वजह से अपने बेड़े के आधे से अधिक यानी 28 विमानों को खड़ा करना पड़ा है। इस वजह से एयरलाइन के समक्ष नकदी का संकट पैदा हो गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘दिवाला समाधान के लिए आवेदन करना एक दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय है लेकिन कंपनी के हितों के संरक्षण के लिए ऐसा करना जरूरी था।’’
एयरलाइन ने सरकार को भी इन घटनाक्रमों की जानकारी दे दी है। साथ ही वह नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) को इस बारे में विस्तृत रिपोर्ट सौंपने जा रही है।
खोना ने कहा कि एयरलाइन की उड़ानें तीन और चार मई को निलंबित रहेंगी। उसके बाद उड़ानों का परिचालन फिर शुरू होगा। गो फर्स्ट के कर्मचारियों की संख्या 5,000 से अधिक है।
(पीटीआई के इनपुट के साथ)