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देश की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के अप्रैल-जून, 2024 के वित्तीय नतीजों पर अनिश्चितता भरे माहौल, अधिकतर बाजारों में सुस्त वृद्धि और परियोजनाएं पूरी होने में देरी का असर पड़ा। इस तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ साल भर पहले के मुकाबले 16.8 फीसदी बढ़कर 11,074 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही में कंपनी ने 9,478 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था।
तिमाही के दौरान कंपनी की आय 12.6 फीसदी बढ़कर 59,381 करोड़ रुपये हो गई, जो अप्रैल-जून, 2023 में 52,758 करोड़ रुपये रही थी।
मगर इस साल जनवरी-मार्च तिमाही के मुकाबले कंपनी का मुनाफा 2.7 फीसदी घटकर 11,392 करोड़ रुपये रह गया। तिमाही के दौरान मार्जिन भी घटकर 23.2 फीसदी रह गया। वेतन पर खर्च 200 आधार अंक बढ़ने से मार्जिन पर असर पड़ा। तिमाही के दौरान कंपनी की वृद्धि मजबूत रही मगर वह बाजार के अनुमानों पर खरी नहीं उतर पाई। टीसीएस इस तिमाही के लिए ब्लूमबर्ग के 59,600 करोड़ रुपये के राजस्व अनुमान से पीछे रह गई। शुद्ध मुनाफे के मोर्चे पर भी उसका प्रदर्शन 10,936 करोड़ रुपये के अनुमान से कमतर रहा।
टीसीएस के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी (CEO) के कृत्तिवासन ने कहा, ‘नए वित्त वर्ष की शुरुआत कई बड़े सौदों के साथ करना काफी संतोष देता है। हम इन नई प्रौद्योगिकी में अपनी व्यापक क्षमता तैयार करने के लिए और अनुसंधान एवं नवाचार के लिए शुरुआती निवेश कर रहे हैं ताकि हम इन अवसरों में ज्यादा से ज्यादा भागीदार बन सकें। तिमाही के दौरान कंपनी कंपनी का कुल अनुबंध मूल्य (टीसीवी) 10.2 अरब डॉलर रहा। जनवरी-मार्च में यह आंकड़ा 10 अरब डॉलर रहा था। टीसीवी में ब्रिटेन से ज्यादा तेजी आई मगर अमेरिका और यूरोप से मांग वृद्धि की रफ्तार सुस्त रही।
कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी एवं कार्यकारी निदेशक एन गणपति सुब्रमण्यन ने कहा, ‘तिमाही के दौरान हमारे उत्पाद एवं प्लेटफॉर्म ने कई महत्त्वपूर्ण पड़ाव हासिल किए। ब्रिटेन में जीवन बीमा एवं पेंशन क्षेत्र में हमने अपने डिजिटल बीमा प्लेटफॉर्म पर तीन नए सौदे किए, जिससे टीसीएस हर पैमाने पर इस बाजार की अगुआ बन गई। हम जेनेरेटिव एआई में खास दक्षता हासिल करने के लिए काफी सक्रियता से काम कर रहे हैं।’
शेयरखान बीएनपी पारिबा के अनुसंधान प्रमुख संजीव होता ने कहा, ‘ऑर्डर बुक मजबूत बनी हुई है मगर बैंक, वित्तीय सेवा (बीएफएस) और प्रौद्योगिकी एवं संचार जैसे क्षेत्र में नरमी जारी रहने से ग्राहकों का हौसला कम दिख सकता है। प्रबंधन ने आर्थिक माहौल को देखते हे मांग में नरमी रहने की बात भी कही है। हमें लगता है कि निकट भविष्य में आईटी क्षेत्र का प्रदर्शन सामान्य रहेगा। हमने इसे तटस्थ रेटिंग दी है।’
कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी समीर सेकसरिया ने कहा, ‘हमने अपने यहां 1 अप्रैल से वेतन बढ़ा दिए हैं। हमारे परिचालन मार्जिन पर इसका 200 आधार अंक रहा मगर दूसरे तरीकों से सहारा पाकर परिचालन मार्जिन 23.2 फीसदी रहा।’
तिमाही के दौरान कर्मचारियों की नौकरी छोड़ने की दर 17.1 फीसदी रह गई, जो एक तिमाही पहले करीब 21 फीसदी थी।