श्रीराम समूह विलय की तैयारी में

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 5:51 PM IST

करीब 50,000 कर्मचारियों को पहले ही प्रशिक्षण मुहैया कराने की प्रक्रिया के लिए सुपर ऐप ‘श्रीराम वन’ के लिए आधार तैयार करने से लेकर 500 शाखाओं में उत्पाद बिक्री के लिए परीक्षण शुरू करने के लिए, श्रीराम समूह ने श्रीराम सिटी यूनियन फाइनैंस लिमिटेड (एससीयूएफ) और श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनैंस (एसटीएफसी) के बीच विलय के लिए तकनीकी समेकन की तैयारी कर रहा है।
समूह की डिजिटल इकाई नोवाक टेक्नोलॉजी सॉल्युशंस ने डिजिटल समेकन प्रक्रिया की कमान संभाली है, वहीं समूह विलय से गठित श्रीराम फाइनैंस के लिए निर्णायक मंजूरी का इंतजार कर रहा है। अधिकारियों के अनुसार, कर्मचारियों के प्रशिक्षण का एक चरण नोवाक के विशेष प्लेटफॉर्म माईकोच के जरिये किया गया है। डिजिटल टीम ग्राहकों के लिए पेपरलेस बनने जैसी पहलों के साथ भी आगे बढ़ रही है और ग्राहकों को मोबाइल ऐप्लीकेशन तथा पेमेंट-आधारित उत्पादों जैसे नए विकल्पों से जोड़ने पर ज्यादा ध्यान दे रही है।
विलय के लिए निर्णायक मंजूरी अक्टूबर-नवंबर तक मिलने की संभावना है। समूह शेयरधारकों से मंजूरी का इंतजार कर रहा है, जो जुलाई के पहले पखवाड़े में मिल सकती है। साथ ही समूह को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग से भी मंजूरी हासिल करनी होगी।
समूह के मुख्य डिजिटल अधिकारी अजय थॉमस जॉन ने कहा, ‘ तकनीकी समेकन की प्रक्रिया पहले से ही चल रही है।  इसके अलावा, हम श्रीराम ग्रुप के सभी उत्पादों को एक साथ पेशकर देश में सबसे बड़े सुपर ऐप में से एक के निर्माण की दिशा में काम कर रहे हैं।  इस व्यवस्था में संबद्ध भागीदार (जैसे टायर कंपनियां) अपने उत्पाद मोबाइल ऐप के जरिये वितरित कर सकते हैं। खुदरा ग्राहक भी इसके जरिये बस का टिकट बुक करा सकते हैं।’ इस सुपर ऐप के जरिये ग्राहक पेपरलेस मॉडल में तेज गति से उत्पादों का इस्तेमाल करना सीख सकते हैं, न्यूनतम दस्तावेजों के साथ ऋण मंजूरी में तेजी ला सकते हैं। यह मोबाइल पर श्रीराम ब्रांच जैसा होगा। सुपर ऐप का पहला चरण मई 2023 तक शुरू हो जाएगा और निर्णायक वर्सन में अभी करीब 30 महीने का समय लगेगा।
दोनों कंपनियों ने समेकन प्रक्रिया के तहत कम से कम 500 शाखाओं में उत्पादों की बिक्री के लिए परीक्षण शुरू कर दिया है।
 
 

First Published : July 2, 2022 | 2:26 AM IST