मंदी की मार आईटी कंपनियों पर भी खूब पड़ रही है, जिसकी वजह से कई कंपनियों ने नियुक्तियों पर रोक लगा दिया है, वहीं कुछ कंपनी छंटनी और वेतन कटौती जैसे कदम उठा रही है।
हैक्सावेयर टेक्नोलॉजिज भी लागत कम करने के लिए अपने कर्मचारियों के वेतन पर कैंची चलाने जा रही है। कंपनी ने कहा है कि वह अपने कर्मचारियों के वेतन में 2 से 10 फीसदी तक की कटौती करेगी। हालांकि यह कटौती एक खास पे पैकेज के दायरे में आने वाले कर्मचारियों के वेतन में ही होगी।
कंपनी के मुताबिक, इस कदम से करीब 40 फीसदी कर्मियों के वेतन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। एंट्री लेवल के कर्मियों के वेतन में कटौती नहीं होगी, साथ ही वैसे कर्मचारी भी कटौती के दायरे में नहीं आएंगे, जिनके पास तीन साल विदेशों में काम करने का अनुभव है।
एचपी में भी कर्मचारियों के वेतन में हाल ही में कटौती की घोषणा की गई है। इसके साथ ही हैक्सावेयर में करीब 350 कर्मियों को बेसिकक वेतन के 50 फीसदी का भुगतान कर उन्हें बेंच पर (रिजर्व) रखा जाएगा। हालांकि छंटनी की गाज उन्हीं कर्मियों पर गिरेगी, जो कंपनी के पे-रोल पर नहीं हैं।
हालांकि कंपनी की ओर से कहा गया कि स्थिति में सुधार आने के बाद कर्मचारियों को फिर से काम पर रखा जा सकता है। कंपनी की ओर से बीएसई को बताया गया कि बेंच पर उन्हीं कर्मचारियों को रखा जाएगा, जो अभी किसी परियोजना पर काम नहीं कर रहे हैं। जहां तक वेतन में कटौती की बात है, तो वह अप्रैल माह से लागू हो जाएगी।
कंपनी के उपाध्यक्ष और सीएफओ पीआर चंद्रशेखर ने बताया कि लागत में कटौती के हरसंभव उपाया किए जा रहे हैं। अमेरिकी बाजार से हैक्सावेयर की कुल आय का60 फीसदी आता है, लेकिन वहां मंदी की वजह से कंपनी की आय पर भी असर पड़ा है। कंपनी की ओर से कहा गया था कि वह अगली दो तिमाहियों तक नई भर्तियां नहीं करेगी।
