शीर्ष भारतीय आईटी सेवा (IT Service) कंपनियों को दक्षता बढ़ाने और छंटनी रोकने के लिए अपनी ‘बेंच शक्ति’ या उपयोगिता दर को सही आकार देने की जरूरत है। विशेषज्ञों ने यह सुझाव दिया है। सामान्य रूप में ‘बेंच’ उन कर्मचारियों को इंगित करता है, जो कंपनी के पेरोल पर तो हैं, लेकिन किसी भी सक्रिय परियोजनाओं में शामिल नहीं हैं।
सामान्य रूप में शीर्ष आईटी फर्मों में बेंच के आकार में इजाफा होता रहा है और उपयोग दर में गिरावट आई है। दुनिया भर की प्रौद्योगिकी कंपनियों में 15 से 20 फीसदी के बेंच आकार को सामान्य माना जाता है।
विशेषज्ञों ने कहा कि जहां अन्य उद्योगों ने बेंच का आकार एक अंक में दर्ज किया है, वहीं प्रौद्योगिकी कंपनियों के पास आम तौर पर बड़े आकार का बेंच होता है, जो कभी-कभार 30 प्रतिशत तक जा सकता है।
रैंडस्टैड इंडिया के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी (स्टाफिंग ऐंड रैंडस्टैड टेक्नोलॉजिज) वाई गिरि ने कहा कि अगली कुछ तिमाहियों में आईटी क्षेत्र पर कुछ असर पड़ सकता है क्योंकि काम पर रखने की गतिविधियों और सक्रिय परियोजनाओं की उपलब्धता के बीच मौजूदा अंतर की वजह से कई कंपनियों को अस्थायी रूप से पुनर्गठन और अपनी कार्यबल की जरूरतों को फिर से आकार देने की आवश्यकता है।