त्योहारी सीजन की शुरुआत के साथ पिछले सात महीनों से सुस्त पड़ी मकानों की ऑनलाइन सर्च फिर से रफ्तार पकड़ने लगी है। बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। ऑनलाइन सर्च के लिए प्रॉपटेक प्लेटफॉर्म हाउसिंग डॉट कॉम के भारतीय रिहायशी सूचकांक पर रीडिंग अगस्त में 99 अंक हो गई, जो दिसंबर 2023 के 105 के बाद सबसे ज्यादा है। इस साल अधिकतर महीनों में यह 90 अंक से कम रही है और सिर्फ जून में रीडिंग 92 थी। पिछले साल अधिकतर महीनों में सूचकांक पर रीडिंग 100 से अधिक थी।
भारत में आमतौर पर अगस्त में रक्षाबंधन के साथ ही त्योहारों की शुरुआत हो जाती है। यह गणेश चतुर्थी, ओणम, दशहरा, दीवाली और क्रिसमस के साथ नए साल के जश्न तक चलता है। हाउसिंग डॉट कॉम के मुख्य राजस्व अधिकारी अमित मसालदान के मुताबिक, रियल एस्टेट बाजार के लिए त्योहारी सीजन काफी मायने रखता है। उन्होंने कहा, ‘इस साल सबसे खास बात यह है कि त्योहारों से पहले ही खरीदार काफी दिलचस्पी दिखाने लगे। इससे साफ पता चलता है कि नवरात्रि से शुरू होकर दिसंबर अंत तक चलने वाले त्योहारों के दौरान बाजार में महत्त्वपूर्ण गतिविधि होने वाली है।’
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि दिल्ली-एनसीआर सबसे अधिक सर्च किए जाने वाला शहर है। उसके बाद मुंबई और बेंगलूरु का स्थान है। एनसीआर में नोएडा एक्सटेंशन सर्वाधिक मांग वाला इलाका रहा। उसके बाद मुंबई का अंधेरी वेस्ट और मीरा रोड एक्सटेंशन का स्थान है। बेंगलूरु में व्हाइटफील्ड इलाका सबसे ज्यादा सर्च किया गया।
दिल्ली में लोग मुंबई से भी बड़ा मकान तलाश रहे थे। राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतर सर्च 50 लाख से लेकर 2 करोड़ रुपये तक के 3 बीएचके (3 बेडरूम, हॉल, किचन) वाले मकानों की थी। मगर देश की आर्थिक राजधानी यानी मुंबई में सबसे अधिक मांग 50 लाख रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये तक वाले 1 बीएचके मकानों की थी। आंकड़े दर्शाते हैं कि खरीदारों के लिए अभी भी रेडी टू मूव इन मकान सर्वोच्च प्राथमिकता बने हैं और 50 फीसदी सर्च ऐसे ही मकानों के लिए थीं।
रिपोर्ट के मुताबिक, देश भर में सबसे लोकप्रिय मूल्य सीमा 50 लाख रुपये से 1 करोड़ रुपये के बीच थी। 2 बीएचके अपार्टमेंट सर्च करने वालों की संख्या 37 फीसदी थी और 3 बीएचके मकान सर्च करने वाले 32 फीसदी लोग थे। मसालदान ने कहा कि हमें उम्मीद है कि त्योहारी सीजन आते-आते सर्च गतिविधियां बढ़ेंगी और ये मजबूत बिक्री आंकड़ों में तब्दील होने लगेंगी।