परिधान बनाने और बेचने वाली कंपनी रेमंड भी मंदी और महंगाई से निपटने के लिए छोटे शहरों को हथियार बना रही है।
कंपनी ने महानगरों में बढ़ते किराये और प्रतिस्पद्र्धा से बचने के लिए ऐसे शहरों का रुख करने का फैसला किया है, जिनकी आबादी 10 लाख से भी कम है।
कंपनी के रिटेल और एफएमसीजी विभाग के अध्यक्ष अनिरुद्ध देशमुख ने बताया कि चालू वित्त वर्ष के अंत तक रेमंड का इरादा 50 स्टोर खोलने का है।
इनमें से ज्यादातर फ्रैंचाइजी आधार पर छोटे शहरों में खोले जाएंगे। उन्होंने बताया, ‘छोटे शहरों में हमें कारोबार के ज्यादा अच्छे मौके दिख रहे हैं। हमारे पास कपड़े, रेडीमेड परिधान जैसे तरह-तरह के उत्पाद हैं, जिनकी छोटे शहरों में अच्छी खासी मांग हो सकती है।’
रेमंड के देश भर में 390 स्टोर हैं, जिनमें 60 स्टोरर कंपनी ही चलाती है। रेमंड शॉप के ब्रांड नाम से कंपनी के आउटलेट हैं। इसके अलावा पार्क एवेन्यू, कलर प्लस और अन्य नामों से भी कंपनी के एक्सक्लूसिव शोरूम चल रहे हैं।
देशमुख ने बताया कि मौजूदा मंदी का उनकी कंपनी पर ज्यादा असर नहीं पड़ा है। उनका दावा है कि कपंनी के रिटेल स्टोरों ने हाल के महीनों में 12 फीसदी की दर से विकास किया है।छोटे शहरों की ओर बड़े रिटेलरों का रुख काफी बढ़ गया है।
टाटा समूह की रिटेल कंपनी ट्रेंट ने भी छोटे शहरों में वेस्टसाइड के 30 स्टोर खोलने की बात कही थी। मॉल्स के निर्माण में देर और बढ़ते किराये की दिक्कतों से बचने के लिए कंपनी ने यह फैसला किया है।