सितंबर महीने में गैर जीवन बीमा कंपनियों के प्रीमियम में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 6.53 प्रतिशत की कमी आई है। सरकारी जनरल इंश्योरेंस कंपनियों का कमजोर प्रदर्शन, वाहनों की बिक्री कम होने से मोटर इंश्योरेंस सेक्टर में आई कमी और फसल बीमा सेग्मेंट के कमजोर प्रदर्शन के कारण ऐसा हुआ है।
जनरल इंश्योरेंस काउंसिल की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक सितंबर महीने में गैर जीवन बीमाकर्ताओं प्रीमियम घटकर 27,551 करोड़ रुपये रह गया है, जो सालाना आधार पर 6.53 प्रतिशत कम है। इनमें सामान्य बीमा कंपनियां, एकल स्वास्थ्य बीमा कंपनियां, स्पेशलाइज्ड पीएसयू बीमा कंपनियां शामिल हैं।
इसके अलावा आंकड़ों से यह संकेत मिलते हैं कि जनरल इंश्योरेंस कंपनियों ने सितंबर में 22,985.40 करोड़ रुपये प्रीमियम एकत्र किए हैं, जिसमें सालाना आधार पर 3 प्रतिशत गिरावट आई है। सालाना आधार पर न्यू इंडिया एश्योरेंस का प्रीमियम 9 प्रतिशत बढ़ा है, जबकि सरकारी यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस के प्रीमियम में सालाना आधार पर 18 प्रतिशत गिरावट आई है।
नैशनल इंश्योरेंस का प्रीमियम 32 प्रतिशत घटा है और ओरिएंटल इंश्योरेंस का प्रीमियम पूर्ववत रहा। प्रमुख निजी जीवन बीमाकर्ताओं में आईसीआईसीआई लोंबार्ड ने सालाना आधार पर 3.6 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की है, जबकि बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस का प्रीमियम सालाना आधार पर करीब 8 प्रतिशत घटा है। एचडीएफसी एर्गो का प्रीमियम सालाना आधार पर 5.41 प्रतिशत कम हुआ है।
जनरल इंश्योरेंस से उलट एकल स्वास्थ्य बीमाकर्ताओं (एसएएचआई) के प्रीमियम में सितंबर में 26 प्रतिशत की तेज वृद्धि हुई है। वहीं स्टार हेल्थ ऐंड अलायड इंश्योरेंस ने 18 प्रतिशत सालाना वृद्धि दर्ज की है। केयरएज रेटिंग्स में बीएफएसआई रिसर्च के प्रममुख सौरभ भालेराव ने कहा, ‘सितंबर महीने में प्रीमियम में कमी की वजह सरकारी बीमाकर्ताओं और कुछ निजी बड़े बीमाकर्ताओं का प्रदर्शन खराब रहा है। साथ ही वाहन की बिक्री घटने से मोटर इंश्योरेंस सुस्त हुआ और फसल बीमाकर्ताओं का भी कमजोर प्रदर्शन रहा है।’