किंगफिशर एयरलाइंस की ओर से पायलटों के वेतन में 15 से 20 फीसदी की कटौती की योजना बनाई जा रही है।
इसके तहत पायलटों को उसी अनुपात में वेतन दिया जाएगा, जितने घंटे वे उड़ान भरेंगे। इस कदम में कंपनी के 450 पायलटों में से करीब 60 फीसदी पायलट प्रभावित होंगे।
पहले कंपनी ग्रॉस वेतन (कुल वेतन) के मुताबिक, उड़ान के घंटों की पारिश्रमिक तय की जाती थी, लेकिन नए नियम के तहत मूल वेतन और उड़ान भत्ता (600 से 1300 रुपये प्रति घंटा) दिया जाएगा।
यह प्रस्ताव 1 जनवरी 2009 से लागू हो जाएगा। कंपनी के पायलट एक माह में औसतन 30 से 40घंटे उड़ान भरते हैं। सूत्रों का कहना है कि इस बाबत कंपनी के चेयरमैन विजय माल्या की ओर से क्रू को ई-मेल भी भेजा जा चुका है।