जीएफजी अलायंस का हिस्सा लिबर्टी स्टील ने आधुनिक मेटैलिक्स ऐंड जिऑन स्टील (आधुनिक) में फिर से उत्पादन शुरू कर दिया है जिसमें करीब 1,500 नौकरियां बहाल हो रही हैं।
लिबर्टी ने आधुनिक को फरवरी में दिवाला कानून के तहत 425 करोड़ रुपये के नकद सौदे में अधिगृहीत किया था। लिबर्टी ने एक बयान में कहा कि पिछले मालिक द्वारा संचालन में असफल होने के बाद इस्पात विनिर्माण परिचालन के लिए स्थल तैयार करने की खातिर गहन कार्य के उपरांत छह महीने में फिर से इसे चालु करने का लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है।
जीएफजी अलायंस के कार्यकारी चेयरमैन संजीव गुप्ता ने कहा कि आज मेरे लिए यह गर्व का क्षण है, क्योंकि हम सभी हितधारकों से किया गया वादा पूरा करने में सक्षम हो गए हैं। आधुनिक पूरी तरह से परिचालित होने की अपनी राह पर बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि ब्रिटेन के न्यूपोर्ट में हमारे पहले इस्पात कारखाने कापरिचालन शुरू करने के साथ मेरे कारोबारी सफर की शुरुआत को पांच साल हो गए हैं। यहां हमने स्थानीय श्रमिकों को बनाए रखकर भुगतान करते हुए औद्योगिक समूदायों को वही प्रतिबद्धता दिखाई है, क्योंकि हम परिचालन शुरू कर रहे हैं तथा आधुनिक ऐंड जिऑन कारखाने को पुनर्जीवित कर रहे हैं।
गुप्ता ने कहा कि इसका उद्देश्य आधुनिक को बड़े लिबर्टी स्टील ग्रुप परिवार में शामिल करना है।
अधिक टिकाऊ प्रतिस्पर्धी परिचालन करने के लिए आधुनिक कम कार्बन और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के साथ इस्पात की रीसाइक्लिंग के संयोजन वाले प्रारूप ग्रीनस्टील में परिवर्तित हो जाएगी।
आधुनिक के प्रबंध निदेशक उदय गुप्ता ने कहा कि इस मुकाम पर पहुंचना एक असाधारण सफर रहा है, लेकिन यह बिना चुनौतियों वाला नहीं था, खास तौर पर इसलिए कि हम लगातार वैश्विक महामारी कोविड-19 से निपटने में लगे हुए हैं। इस संयंत्र और मशीनरी को शुरू करने में आने वाली बेशुमार चुनौतियों को आधुनिक की टीम ने अजय भावना के साथ एकजुट होकर काम करते पार कर लिया।
मई की शुरुआत से काम में आई तेजी के दौरान कंपनी ने स्थायी और ठेके के आधार पर 1,500 स्थानीय लोगों को रखा था ताकि औपचारिक उत्पादन शुरू किए जाने से पहले जरूरी और व्यापक रखरखाव तथा मरमत का काम किया जा सके।
कर्मचारियों को पूरी तरह से कार्यस्थल पर तैनात किए जाने के बाद लिबर्टी स्टील ने उन्हें वेतन प्रदान किया और उन कर्मचारियों को 50 प्रतिशत वेतन प्रदान किया गया जो निरंतर उत्पादन के लिए काम शुरू करने की प्रतीक्षा कर रहे थे। आधुनिक ओडिशा में राउरकेला के निकट चडरीहरिपुर स्थित एकीकृत इस्पात संयंत्र है। इस संयंत्र में स्पंज आयरन केंद्र, ब्लास्ट फर्नेस और इलेक्ट्रिक आर्कफर्नेस (ईएएफ) की सुविधा है। स्पंज आयरन और बिलेट के जिंस बाजार में हिस्सेदारी के अलावा यहां वाहनों, ऊर्जा, इंजीनियरिंग और तेल एवं गैस क्षेत्रों के लिए मिश्र धातु वाले इस्पात उत्पादों का उत्पादन किया जाता है।
हालांकि आधुनिक ने भारत में लिबर्टी के सफर को पहचान दी है, लेकिन समूह के पास देश में इसका संचालन बढ़ाने की योजना है। लिबर्टी ने भूषण पावर ऐंड स्टील, एमटेक ऑटो और एबीजी शिपयार्ड जैसी आईबीसी के तहत आने वाली परिसंपत्तियों के लिए बोली लगाई थी।
