प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (एमऐंडएम) ने अपने डीलरों को राहत दी है। लग्जरी कारों पर कंपनसेशन सेस हटाने से उद्योग को 2,500 करोड़ रुपये का संभावित नुकसान हो सकता है। उद्योग सूत्रों के अनुसार कंपनी सेस के नुकसान की भरपाई के लिए प्रोत्साहन देने पर सहमत हो गई है।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) ने कहा है कि अन्य कंपनियों ने भी अपने डीलरों के लिए इसी तरह की योजना लाने का संकेत दिया है। इन डीलरों ने त्योहारी मांग बढ़ने की उम्मीद में लगभग 6,00,000 वाहनों का स्टॉक जमा कर लिया है। उद्योग संगठन ने पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से अपील की थी कि त्योहारी बिक्री को प्रभावित होने से बचाने के लिए 21 सितंबर तक कंपनसेशन सेस क्रेडिट खाते की राशि को आईजीएसटी/ सीजीएसटी क्रेडिट खाते में स्थानांतरित कर दिया जाए।
फाडा के अध्यक्ष सी एस विघ्नेश्वर ने कहा, ‘एमऐंडएम ने पहल की है। कुछ अन्य कंपनियों ने भी संकेत दिए हैं कि वे ऐसे प्रस्ताव लाएंगी जो हमें क्षतिपूर्ति उपकर के नुकसान से बचाएंगे। यह ऑफर या डिस्काउंट के माध्यम से होगा जो नुकसान के बराबर होंगे।’
मारुति, ह्युंडै, महिंद्रा, टाटा, टोयोटा, स्कोडा, रेनो, बीएमडब्ल्यू और मर्सिडीज समेत लगभग सभी मूल उपकरण निर्माता कंपनियों ने जीएसटी सुधारों का लाभ ग्राहकों तक पहुंचाते हुए अपनी कारों की कीमतों में 65,000 रुपये से 8.9 लाख रुपये तक की कटौती की घोषणा पहले ही कर दी है। महिंद्रा पहली यात्री वाहन निर्माता कंपनी है जिसने घोषणा की कि वह सुधार लागू होने की तारीख से काफी पहले यानी 6 सितंबर से 1.56 लाख रुपये तक का लाभ ग्राहकों तक पहुंचाएगी।
फाडा ने इस बात पर जोर दिया कि महीने की शुरुआत में घोषित जीएसटी 2.0 में ऑटोमोबाइल पर कम दरों की उम्मीद से अगस्त में त्योहारी ऑटोमोबाइल की खुदरा बिक्री पर असर पड़ा। फाडा ने कहा कि जीएसटी दर में बदलाव की घोषणा के कारण खरीदारों ने अपनी खरीदारी सितंबर तक टाल दी।
अगस्त में वाहनों की रिटेल बिक्री में 2024 की इसी अवधि की तुलना में 2.84 प्रतिशत की मामूली वृद्धि दर्ज की गई, जबकि इस साल ओणम और गणेश चतुर्थी के साथ त्योहारों की धूम शुरू हो गई थी। विग्नेश्वर ने कहा, ‘एकमात्र समस्या कन्वर्जन की थी, जिसमें सितंबर में जीएसटी 2.0 के लाभ के कारण मंदी देखी गई।’
बिक्री में वृद्धि का नेतृत्व दोपहिया वाहनों (2.18 प्रतिशत), यात्री वाहनों (0.93 प्रतिशत) और वाणिज्यिक वाहनों (8.55 प्रतिशत) ने किया, जबकि ट्रैक्टरों में सालाना आधार पर 30.14 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। तिपहिया वाहनों और निर्माण उपकरणों में क्रमशः 2.26 प्रतिशत और 26.45 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। कुल मिलाकर ऑटो रिटेल बिक्री 19.6 लाख वाहन रही, जो अगस्त 2024 में 19.1 लाख थी।
त्योहारों का असर केरल और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा दिखा। केरल में दोपहिया वाहनों की बिक्री में 29 प्रतिशत, यात्री वाहनों में 1.1 प्रतिशत, वाणिज्यिक वाहनों में 27 प्रतिशत और ट्रैक्टरों में 39 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। महाराष्ट्र में दोपहिया वाहनों में 20 प्रतिशत, यात्री वाहनों में 13.5 प्रतिशत, वाणिज्यिक वाहनों में 14 प्रतिशत और ट्रैक्टरों में 47 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। अगस्त में दोपहिया वाहनों की बिक्री में मासिक आधार पर 1.34 प्रतिशत और सालाना आधार पर 2.18 प्रतिशत की मामूली वृद्धि देखी गई।