कोविड-19 वैश्विक महामारी के प्रकोप के बाद अपने न्यूट्रास्युटिकल उत्पादों की मांग में तेजी को देखते हुए बेंगलूरु के जगत फार्मा फार्मा वित्त वर्ष 2022 में दो संयंत्रों की स्थापना पर 60 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। कंपनी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में ये संयंत्र स्थापित करेगी जिससे उसे अपना उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलेगी।
यह कंपनी 50 से अधिक साल पहुरानी जगदाले इंडस्ट्रीज की इकाई है। इसका प्रमुख उत्पाद मुल्मिना है जो एक एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाला पेय है। अप्रैल के बाद इसमें 150 फीसदी से अधिक की तेजी दर्ज की गई है।
जगदाले इंडस्ट्रीज के प्रबंध निदेशक राजेश जगदाले ने कहा, ‘यह उत्पाद 2018 में लॉन्च किया गया था। हमने सबसे पहले बाजार में ऐसा उत्पाद उतारा था जिसका लाभ हमें मिला।’ इस उत्पाद की कीमत फिलहाल 30 रुपये है और यह आम एवं नारंगी के दो स्वादों में उपलब्ध है। इसे डॉक्टरी पर्चे के आधार पर बेचा जाता है।
हालांकि इन दो नए संयंत्रों में दो न्यूट्रास्युटिकल उत्पादों के लिए अलग-अलग लाइनें होंगी और वहां पर्यावरण के अनुकूल पैकेजिंग के लिए टेट्रापैक पैकेजिंग लाइनें भी होंगी। कंपनी के पास वर्तमान में फार्मास्युटिकल, न्यूट्रास्युटिकल और आयुर्वेदिक उत्पादों में से प्रत्येक के लिए एक और टेट्रापैक पैकेजिंग केलिए दो अन्य विनिर्माण संयंत्र हैं।
न्यूट्रास्युटिकल श्रेणी में कंपनी के 6 उत्पाद हैं और वह दो से अधिक उत्पादों को बाजार में उतारने के लिए तैयार है। इसमें मोटापारोधी पेय और हृदयरोग संबंधी उत्पाद शामिल हैं। वर्तमान में कंपनी के कुल राजस्व में न्यूट्रास्युटिकल श्रेणी का योगदान करीब 20 फीसदी है जो बढ़कर वित्त वर्ष 2021 के अंत तक 100 करोड़ से अधिक होने की उम्मीद है।
