facebookmetapixel
27% मार्केट वैल्यू गायब! आखिर TCS को क्या हो गया?कृषि को लाभदायक बिजनेस बनाने के लिए ज्यादा ऑटोमेशन की आवश्यकताQ2 Results: टाटा स्टील के मुनाफे में 272% की उछाल, जानें स्पाइसजेट और अशोक लीलैंड समेत अन्य कंपनियों का कैसा रहा रिजल्टसेबी में बड़े बदलाव की तैयारी: हितों के टकराव और खुलासे के नियम होंगे कड़े, अधिकारियों को बतानी होगी संप​त्ति!Editorial: आरबीआई बॉन्ड यील्ड को लेकर सतर्कनिर्यातकों को मिली बड़ी राहत, कैबिनेट ने ₹45,060 करोड़ की दो योजनाओं को दी मंजूरीसीतारमण का आठवां बजट राजकोषीय अनुशासन से समझौता नहीं कर सकताटाटा मोटर्स की कमर्शियल व्हीकल कंपनी की बीएसई पर हुई लिस्टिंग, न्यू एनर्जी और इलेक्ट्रिफिकेशन पर फोकसग्लोबल एआई और सेमीकंडक्टर शेयरों में बुलबुले का खतरा, निवेशकों की नजर अब भारत परसेबी की चेतावनी का असर: डिजिटल गोल्ड बेचने वाले प्लेटफॉर्मों से निवेशकों की बड़ी निकासी, 3 गुना बढ़ी रिडेम्पशन रेट

दूरसंचार का डिजिटल प्लेटफॉर्म पर जोर

Last Updated- December 12, 2022 | 6:30 AM IST

दूरसंचार कंपनियां कड़ी मशक्कत कर रही हैं, लेकिन इस बार यह और ज्यादा ग्राहक जुटाने वाला सामान्य संघर्ष नहीं है, बल्कि और अधिक राजस्व प्राप्त करने के लिए माई जियो, एयरटेल थैंक्स या वी ऐप जैसे खुद के डिजिटल प्लेटफार्मों में मौजूदा उपयोगकर्ताओं को बनाए रखने के लिए है।
ग्राहकों को उनके फोन रिचार्ज करने में मदद के अलावा ये ऐप उन्हें अन्य डिजिटल पेशकशों तक पहुंच की सुविधा प्रदान करती हैं, जिससे उन्हें गैर-मोबाइल राजस्व के नए संभावित स्रोत बनाए जा सकें।
मासिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं के प्रतिशत के रूप में दैनिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं का अनुपात ग्राहकों की स्थिरता का एक संकेतक होता है। बोफा रिसर्च के अनुसार 21 फरवरी के सेंसर टॉवर के आंकड़ों के आधार पर वी का यह अनुपात 17 प्रतिशत था और एयरटेल थैंक्स का 16 प्रतिशत रहा।
ग्राहकों के लिहाज से बाजार की सबसे बड़ी कंपनी माई जियो मात्र 11 प्रतिशत अनुपात के साथ काफी दूर है। आंकड़ों का यह कम स्तर इस बात का संकेत हो सकता है कि इसके ग्राहक इसका उपयोग अन्य पेशकशों के बजाय केवल रिचार्जिंग के लिए ही करते हैं। फिर भी एयरटेल और जियो के मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता काफी करीब हैं, जो 12 करोड़ से 15 करोड़ के बीच के दायरे में आते हैं। वी पांच करोड़ के कम स्तर पर है। दूरसंचार परिचालक एयरटेल एक्सस्ट्रीम, जियो टीवी और वी मूवीज ऐंड टीवी जैसे विज्ञापन आधारित चैनलों और ओटीटी ग्राहक सदस्यता पर भी जोर दे रहे हैं। वे हॉटस्टार जैसी प्रसारणकर्ता के नेतृत्व वाली कंपनियों और नेट िलक्स जैसी स्वतंत्र कंपनियों पर धावा बोल रहे हैं और राजस्व साझा अनुबंधों में कॉन्टेंट वाली अन्य कंपनियों के साथ साझेदारी का प्रयास कर रहे हैं।
यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि वे अपने बड़े मोबाइल ग्राहक आधार का लाभ उठाने में सक्षम हैं। जेफरीज के अध्ययन से पता चलता है कि ओटीटी ग्राहक सदस्यता के प्लेटफॉर्मों पर प्रसारणकर्ता के नेतृत्व वाली कंपनियां हावी हो सकती हैं, लेकिन जियो टीवी, एयरटेल एक्सट्रीम और वी मूवीज ऐंड टीवी के पास संयुक्त रूप से करीब 1.71 करोड़ दैनिक सक्रिय उपयोगकर्ता हैं। प्रसारणकर्ता के नेतृत्व वाली कंपनियों, जिनमें हॉटस्टार, सोनी लाइव, जी5 और वूट शामिल हैं, के पास 2.97 करोड़ दैनिक सक्रिय उपयोगकर्ता हैं। इस कुल सं या मेंं हॉटस्टार का योगदान 2.02 करोड़ है। दिलचस्प बात यह है कि एयरटेल एक्सस्ट्रीम और जियो टीवी के मामले में मासिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं के साथ दैनिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं का यह प्रतिशत एमेजॉन प्राइम और जी5 के समान है। लेकिन नेट िलक्स के मामले में 24 प्रतिशत की दर पर यह अनुपात काफी ज्यादा है। डिजिटल प्लेटफॉर्मों से पैसा कमाने के लिए यह नया प्रयास गैर-मोबाइल राजस्व के लिए दूरसंचार कंपनियों की स्पष्ट रणनीति का हिस्सा है।

First Published - March 30, 2021 | 11:49 PM IST

संबंधित पोस्ट