facebookmetapixel
Year Ender 2025: इक्विटी म्युचुअल फंड्स का कैसा रहा हाल? इन 3 कैटेगरी ने निवेशकों को किया मालामालYear Ender 2025: NFOs आए… लेकिन निवेशकों ने क्यों पीछे खींचे हाथ?Tata Steel पर नीदरलैंड्स में $1.4 अरब का मुकदमा दायर, पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने का आरोपRevised vs Updated ITR: दोनों में क्या है अंतर और किस टैक्सपेयर्स को क्या भरना जरूरी, आसान भाषा में समझेंNational Pension Scheme में हुए कई बदलाव, निवेशकों को जानना जरूरी!कोरोना के बाद वायु प्रदूषण सबसे बड़ा स्वास्थ्य संकट! डॉक्टरों का दावा: फेफड़ा-दिल को हो रहा बड़ा नुकसान2026 में कैसी रहेगी बाजार की चाल, निवेशक किन सेक्टर्स पर रखें नजर? मोतीलाल ओसवाल ने दिया न्यू ईयर आउटलुकYear Ender: ग्लोबल बैंक के लिए बैंकिंग सेक्टर में फिर बड़ा मर्जर? क्या और घटेगी सरकारी बैंकों की संख्याGold, Silver Price Today: सोना नए ​शिखर पर, चांदी ने भी बनाया रिकॉर्ड; चेक करें आज का भावशिप रिसाइक्लिंग पर सरकार की बड़ी तैयारी: हॉन्ग कॉन्ग कंवेंशन के अनुरूप कड़े नियम जल्द

डाउनलिंकिग नियम आसान हों : अमेरिका

Last Updated- December 10, 2022 | 5:18 PM IST

अमेरिका ने भारत से कहा है कि वह अपनी टेलीविजन डाउनलिंक नीति को अंतरराष्ट्रीय कंटेंट प्रदाताओं के लिए नरम बनाए ताकि वे भारत में अपने कार्यालय खोल सकें या किसी स्थानीय एजेंट के जरिए परिचालन कर सकें।


अमेरिका उच्चस्तरीय द्विपक्षीय व्यापार नीति फोरम सहित विभिन्न जरियों से भारत सरकार के समक्ष यह मुद्दा उठा रहा है। उसका कहना है कि भारत की मौजूदा डाउनलिंक नीति काफी बोझिल है। उसने कहा कि भारत सरकार यदि चाहे तो कार्यक्रम के कंटेंट की निगरानी करे।


वह यह काम केबल परिचालक या डाइरेक्ट टू होम (डीटीएच) परिचालकों जैसी लाइसेंसशुदा इकाइयों के जरिए कर सकता है। एक अधिकारी ने बताया कि अमेरिका यह मुद्दा भारत सरकार और सूचना प्रसारण मंत्रालय के समक्ष उठाता रहा है। नवंबर 2005 में सूचना प्रसारण मंत्रालय ने डाउनलिंक नीति जारी की थी।

First Published - April 6, 2008 | 11:20 PM IST

संबंधित पोस्ट