इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दूसरे संस्करण का पहला दिन पिछले साल के चैंपियन राजस्थान रॉयल्स और रनरअप चेन्नई सुपर किंग्स के लिए ही मायूसी भरा नहीं रहा, बल्कि विज्ञापदाताओं और मीडिया प्लानर्स के लिए भी उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा।
आईपीएल-1 के पहले मुकाबले को जितनी रेटिंग मिली थी उसके मुकाबले केपटाउन में खेले पहले मुकाबले की रेटिंग 16 फीसदी कम मापी गई और यही बात इनकी परेशानी बढ़ा रही है।
टीवी ऑडियंस के आंकड़े जुटाने वाली एजेंसी एमैप के आंकड़ों के मुताबिक केपटाउन में आईपीएल-2 में मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेले गए पहले मुकाबले की टेलीविजन रेटिंग 3.6 फीसदी रही जबकि राजस्थान रॉयल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के बीच खेले गए मुकाबले की रेटिंग 3.8 फीसदी रही।
इसके मुकाबले में आईपीएल-1 में कोलकाता नाइट राइडर्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के बीच खेले गए पहले मुकाबले की रेटिंग 4.3 फीसदी रही थी। तकरीबन 8.6 करोड़ केबल वाले घरों में से 6 मेट्रो शहरों के 15 वर्ष की उम्र से अधिक के दर्शकों से यह आंकड़े जुटाए गए हैं।
वैसे आईपीएल-2 की पहले दिन की रेटिंग कम होने से मीडिया एजेंसियों को कोई अचंभा नहीं हुआ है। हवास मीडिया एजेंसी की सीईओ अनिता नैय्यर कहती हैं, ‘हम दो वजहों से आईपीएल-2 की रेटिंग में कमी आने का अंदाज लगा रहे हैं। पहली तो यह कि कई रियलिटी शो के बाद के संस्करण पहले वाले की तरह सफलता हासिल नहीं कर पाते। दूसरी वजह यह है कि इस बार आईपीएल का आयोजन देश में न होकर दक्षिण अफ्रीका में हो रहा है।’