टाटा टेक्नोलॉजीज गुरुवार को अपने पहले कारोबारी दिन करीब तीन गुना चढ़ गया। इसी के साथ 500 करोड़ रुपये से अधिक के किसी आईपीओ के लिए सूचीबद्धता के दिन शानदार प्रदर्शन का रिकॉर्ड भी बन गया है।
यह शेयर 1,327 रुपये पर बंद हुआ, जो 500 रुपये के निर्गम भाव के मुकाबले 827 रुपये या 2.65 गुना अधिक है। इस शेयर ने एनएसई पर 1,400 रुपये का ऊंचा और 1,200 रुपये का निचला स्तर बनाया, जबकि 6,000 करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य के शेयरों में कारोबार हुआ।
बंद भाव के आधार पर, इस वैश्विक ईआरऐंडडी कंपनी का मूल्यांकन 53,820 करोड़ रुपये रहा, जिसके साथ ही वह टाटा समूह में 9वीं सबसे मूल्यवान सूचीबद्ध फर्म बन गई है। टाटा टेक में बड़ी तेजी ने दलाल पथ को चकित कर दिया, क्योंकि पहले दिन के लिए अनुमान 70 प्रतिशत से 90 प्रतिशत के बीच था।
टाटा टेक का 3,042 करोड़ रुपये का आईपीओ करीब दो दशकों में टाटा समूह की किसी कंपनी द्वारा पहला निर्गम है। इस आईपीओ को करीब 70 गुना आवेदन मिले थे और बोलियां 1.5 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गई थीं।
इस पेशकश में रिकॉर्ड 73 लाख आवेदन आए, जो किसी घरेलू आईपीओ के लिए बड़ी तादाद हे। शानदार प्रतिक्रिया को देखते हुए कुछ भाग्यशाली आवेदकों को ही आवंटन मिल पाया।
इसकी वजह से, मांग सेकंडरी बाजार में भी बढ़ गई और निवेशक इस कंपनी पर दांव लगाने के लिए भारी प्रीमियम चुकाने को इच्छुक थे। टाटा टेक वाहन मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) के लिए उत्पाद विकास एवं डिजिटल समाधान प्रदाता है।
फिलिप कैपिटल की एक रिपोर्ट में कहा गया है, ‘टाटा टेक को 70 प्रतिशत राजस्व वाहन खंड से मिलता है, इसलिए उसके मौजूदा परिवेश से लाभान्वित होने की संभावना है।
उसका वाहन खंड वित्त वर्ष 2022, वित्त वर्ष 2023 और वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही में वाहन खंड तेजी से बढ़कर 44 प्रतिशत, 27 प्रतिशत और 15 प्रतिशत रहा।
टाटा टेक का बॉडी इंजीनियरिंग में पारंपरिक तौर पर मजबूत दबदबा रहा है, लेकिन वह ईवी विकास, कनेक्टेड और ऑटोनॉमस कार, एम्बेडेड इलेक्ट्रॉनिक जैसे क्षेत्रों में बड़ी क्षमताएं जोड़ रही है।’
टाटा टेक पर टाटा मोटर्स का स्वामित्व है। आईपीओ के बाद कंपनी में टाटा मोटर्स की हिस्सेदारी 64.79 प्रतिशत से घटकर 53.39 प्रतिशत हो गई है। अक्टूबर में टाटा मोटर्स ने टाटा टेक में करीब 10 प्रतिशत हिस्सा महज 16,137 करोड़ रुपये में बेच दिया था।
जुलाई, 2004 में टीसीएस का 5,500 करोड़ रुपये का आईपीओ आया था। टीसीएस के लिए सूचीबद्धता के दिन सिर्फ 26 प्रतिशत लाभ मिला था।
थॉमस कुक ओएफएस को 2.1 गुना सब्सक्रिप्शन
थॉमस कुक इंडिया की 500 रुपये की बिक्री पेशकश (ओएफएस) को गुरुवार को 2.14 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। 4 करोड़ शेयरों की इस पेशकश के लिए संस्थागत निवेशकों से 8.57 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिलीं।
ज्यादातर बोलियां 135 रुपये पर मिलीं, जबकि आधार कीमत 125 रुपये थी। थॉमस कुक का शेयर सेकंडरी बाजार के कारोबार में 5 प्रतिशत गिरकर 150 रुपये पर आ गया। रिटेल निवेशकों के लिए करीब 40 लाख शेयर आरक्षित हैं जिनकी बिक्री शुक्रवार को होगी।
इस ओएफएस के जरिये प्रवर्तक फेयरब्रिज कैपिटल 8.5 प्रतिशत हिस्सेदारी घटाएगी। सितंबर 2023 की तिमाही के अंत तक उसकी 72.34 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
कनाडाई अरबपति प्रेम वत्स के स्वामितव वाली फेयरफैक्स ने अपनी फेयरब्रिज के जरिये मई 2012 में थॉमस कुक में 77 प्रतिशत तक हिस्सेदारी 817 करोड़ रुपये में ब्रिटिश पैतृक थॉमस कुक ग्रुप से ली थी।
गांधार ऑयल पहले दिन 78 प्रतिशत चढ़ा
गांधार ऑयल रिफाइनरी (इंडिया) का शेयर गुरुवार को अपने पहले कारोबारी दिन निर्गम भाव के मुकाबले 79 प्रतिशत तेजी के साथ बंद हुआ।
करीब दोगुना चढ़ने के बाद शेयर 302 रुपये पर बंद हुआ, जो 169 रुपये के निर्गम भाव की तुलना में 133 रुपये या 79 प्रतिशत तक की तेजी है।
इस शेयर ने एनएसई पर 344 रुपये का ऊंचा और 295 रुपये का निचला स्तर बनाया तथा 1,178 करोड़ रुपये के शेयरों की अदली-बदली दर्ज की गई। इस आईपीओ को 65 गुना से ज्यादा आवेदन मिले थे।
आईपीओ के जरिये व्हाइट ऑयल की निर्माता गांधार ने 302 करोड़ रुपये की ताजा पूंजी जुटाई, जिसका इस्तेमाल कर्ज चुकाने और क्षमता विस्तार पर किया जाएगा।
पिछले बंद भाव के हिसाब से कंपनी का मूल्यांकन 2,951 करोड़ रुपये है। जून, 2023 तिमाही में, गांधार ने 1,070 करोड़ रुपये के राजस्व पर 54.3 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था।
फेडफिना का शेयर सपाट बंद हुआ
फेडरल बैंक की एनबीएफसी इकाई फेडबैंक फाइनैंशियल सर्विसेज (फेडफिना) का शेयर अपने निर्गम भाव से थोड़ा नीचे बंद हुआ। यह 140 रुपये के निर्गम भाव की तुलना में 139.3 रुपये पर बंद हुआ।
शेयर ने एनएसई पर दिन के कारोबार में 148.25 रुपये का ऊंचा और 133 रुपये का निचला स्तर बनाया, जबकि करीब 500 करोड़ रुपये के सौदों की अदला-बदली हुई। पिछले बंद भाव पर, फेडफिना का मूल्यांकन 5,139 करोड़ रुपये है।