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सैम ऑल्टमैन की बर्खास्तगी पर भड़के भारतीय संस्थापक

निवेशकों और उद्यमियों का कहना है कि यह घटना भारतीय स्टार्टअप में भी संस्थापकों और बोर्ड के बीच उचित तालमेल के महत्त्व को उजागर करती है।

Published by
आर्यमन गुप्ता   
पीरज़ादा अबरार   
Last Updated- November 21, 2023 | 11:21 PM IST

ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन को कंपनी के बोर्ड से आश्चर्यजनक तरीके से बर्खास्त किए जाने के बाद चैट जीपीटी के इस प्रणेता के समर्थन में कई भारतीय संस्थापकों ने बात की है। निवेशकों और उद्यमियों का कहना है कि यह घटना भारतीय स्टार्टअप में भी संस्थापकों और बोर्ड के बीच उचित तालमेल के महत्त्व को उजागर करती है।

अनुभवी भारतीय उद्यमियों ने 17 नवंबर को ओपनएआई के बोर्ड से ऑल्टमैन को निकाले जाने के तुरंत बाद उसके फैसले की आलोचना की। शादी डॉट कॉम के संस्थापक अनुपम मित्तल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, ‘जब आप बोर्ड द्वारा संचालित कंपनियों और अजीब प्रबंधन ढांचे के साथ उथल-पुथल मचाने वाली कोई तकनीक विकसित करने का प्रयास करते हैं तो आपको यही मिलता है।’

प्रमुख फिनटेक कंपनी भारतपे के सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर ने भी ओपनएआई के बोर्ड को फटकार लगाई है। उन्होंने कहा, ‘मुझे और सैम को भारत में एक जैसी स्थिति से गुजरना पड़ रहा है।

पहले वे आपकी भूमिका/शेयर पर और उसके बाद व्यक्तिगत तौर पर प्रहार करते हैं। यह अब वैश्विक स्तर पर स्टार्टअप के बोर्ड और निवेशकों का एक खाका बन गया है जहां कोई बुद्धि नहीं बल्कि पूरा अहंकार दिखता है।’ ग्रोवर को वित्तीय अनियमितता के आरोप में 2022 में कंपनी से बाहर कर दिया गया था।

हालांकि फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ऑल्टमैन को बोर्ड से बर्खास्त क्यों किया गया। मगर बोर्ड का कहना है कि कंपनी का नेतृत्व करने के लिए ऑल्टमैन की क्षमता में अब उसका भरोसा नहीं रहा। ओपनएआई के एक ब्लॉग पोस्ट के अनुसार, एक समीक्षा में पाया गया कि बोर्ड के साथ अपने संचार में सीईओ का रुख लगातार अस्पष्ट दिख रहा था।

शुरुआती स्तर की निवेश फर्म 100एक्स डॉट वीसी के संस्थापक एवं सीएफओ यग्नेश संघराजका ने कहा, ‘इस मामले के तथ्यों को कोई नहीं जानता है। मगर यह मानना कठिन है कि सैम ऑल्टमैन और उनकी टीम ने निवेशकों और बोर्ड को प्रमुख घटनाक्रम की जानकारी नहीं दी होगी। अगर ऐसा किया गया होता तो माइक्रोसॉफ्ट उन्हें काम पर रखती ही नहीं।’

निवेशकों का यह भी कहना है कि ऑल्टमैन की बर्खास्तगी से कंपनी के बोर्ड और संस्थापकों के बीच उचित तालमेल का महत्त्व भी उजागर होता है। वेंचर कैपिटल फंड अर्थ वेंचर फंड के मैनेजिंग पार्टनर अनिरुद्ध दमानी ने कहा, ‘सीईओ की प्राथमिक भूमिका बोर्ड के प्रशासन के तहत शेयरधारकों की सेवा करना है। यह स्थिति शेयरधारक हितों के संर

First Published : November 21, 2023 | 11:13 PM IST