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ममाअर्थ: आईपीओ की तैयारी के लिए ऑफलाइन स्टॉक में भारी वृद्धि

होनासा कंज्यूमर ने वितरकों को 90 दिन का स्टॉक वितरित किया

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शार्लीन डिसूजा   
Last Updated- December 02, 2023 | 12:07 AM IST

ममाअर्थ की मूल कंपनी होनासा कंज्यूमर ने कंपनी के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम की तैयारी के लिए अपनी ऑफलाइन आपूर्ति श्रृंखला के जरिये अपने उत्पादों का अतिरिक्त स्टॉक वितरित किया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी है।

इस कदम के परिणामस्वरूप महाराष्ट्र और गोवा में वितरकों के पास तकरीबन 90 दिन का स्टॉक इकट्ठा हो गया है। होनासा कंज्यूमर को ईमेल पर भेजे गए सवालों का खबर लिखे जाने तक कोई जवाब नहीं मिला।

कंपनी अपने ब्रांड ममाअर्थ को केवल ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों चैनलों पर ही बेचती है। होनासा कंज्यूमर को अपनी कुल बिक्री का 35 प्रतिशत ऑफलाइन व्यापार से हासिल होता है, जबकि शेष ऑनलाइन बिक्री से मिलता है।

मामले से वाकिफ सूत्रों ने बताया कि ममाअर्थ आम तौर पर अपने वितरकों को 30 दिन की क्रेडिट अवधि प्रदान करती है, जिसे अब बढ़े हुए स्टॉक की वजह से 45 दिनों तक बढ़ा दिया गया है।

ममाअर्थ कंपनी का प्रमुख ब्रांड है और होनासा कंज्यूमर के मुनाफे में प्राथमिक योगदानकर्ता है। ममाअर्थ के अलावा होनासा कंज्यूमर के पास द डर्मा कंपनी, एक्वालॉजिका, बीब्लंट और डॉ. शेठस जैसे अन्य ब्रांड भी हैं।

देश भर में लगभग 550 वितरकों, बड़े वितरकों और छोटे स्टॉकिस्टों में से करीब 70 वितरकों के पास अब 30 दिन की सामान्य अवधि के मुकाबले करीब 90 दिन का स्टॉक है। आपूर्ति शृंखला में उत्पादों का अधिक स्टॉक होने से संबंधित चिंताओं से निपटने के लिए दोनों राज्यों के वितरकों ने हाल ही में बैठक की थी।

ऑल इंडिया कंज्यूमर प्रोडक्ट्स डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धैर्यशील पाटिल ने कहा कि ममाअर्थ के वितरकों के पास मौजूद स्टॉक काफी ज्यादा अधिक है। इससे चिंताजनक स्थिति पैदा हो रही है, जो न तो वितरक बिरादरी के हित में है और न ही अच्छी है।

कंपनी के शेयर ने 7 नवंबर को अपने निर्गम मूल्य से कुछ अधिक प्रीमियम पर शेयर बाजार में शुरुआत की थी। जुलाई से सितंबर तक तिमाही में होनासा कंज्यूमर ने 29.4 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था, जो पिछले वर्ष की तुलना में 93 प्रतिशत अधिक रहा। इस तिमाही में परिचालन से राजस्व पिछले साल की तुलना में 21 प्रतिशत बढ़कर 496 करोड़ रुपये हो गया।

आईपीओ की घोषणा के बाद यह इस डिजिटल-फर्स्ट कंपनी की कमाई की पहली रिपोर्ट थी। आईपीओ के इसके मसौदे (आरएचपी) के अनुसार खुदरा और थोक स्टोरों में सौंदर्य तथा सौंदर्य प्रसाधन पर केंद्रित आउटलेट, किराना स्टोर, फार्मेसी और सेल्फ-सर्विस विभाग के आउटलेट शामिल हैं।

First Published : December 1, 2023 | 11:31 PM IST