सिंगापुर के सॉवरिन वेल्थ फंड जीआईसी के निवेश वाली कंपनी ग्रीनको होल्डिंग्स ने गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी) के जरिये 2,500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है। कंपनी जुटाई गई रकम का इस्तेमाल अपनी 10 चालू सौर ऊर्जा इकाइयों के लिए मौजूदा ऋण की अदायगी में करेगी।
कंपनी 2,655 करोड़ रुपये मूल्य के मौजूदा डिबेंचर के बदले नए डिबेंचर जारी करेगी। इन इकाइयों को एक उद्देशीय कंपनी (एसपीवी) के तहत एकीकृत किया जाएगा जो आंध्र प्रदेश के कुरनूल सोलर पार्क में 50 मेगावॉट की 10 सौर ऊर्जा इकाइयों का संचालन करती हैं।
ग्रीनको ग्रुप अक्षय ऊर्जा का उत्पादन करने वाली एक स्वतंत्र कंपनी है। देश में इसकी परिचालन क्षमता 4.4 गीगावॉट है और 2.6 गीगावॉट क्षमता निर्माणाधीन है। समूह की होल्डिंग कंपनी ग्रीनको एनर्जी होल्डिंग्स में सिंगापुर सॉवरिन वेल्थ फंड जीआईसी और अबु धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी का निवेश है।
इंडिया रेटिंग्स ने इसके 10 एसपीवी में से एक जुवैन एनर्जी के प्रस्तावित एनसीडी को एए+ रेटिंग दी है। यह रेटिंग 25 साल के लिए बिजली खरीद समझौते (पीपीए) के मद्देनजर दी गई है जो 4.63 रुपये प्रति यूनिट की निर्धारित दर पर 100 फीसदी परियोजना क्षमता (500 मेगावॉट) के लिए एनटीपीसी के साथ है। ये परियोजनाएं 30 मार्च, 2017 से चालू हैं।
प्रस्तावित एनसीडी 20 अर्धवार्षिक किस्तों में देय होगा जिसमें अंतिम भुगतान कुल जारी राशि का 16.8 फीसदी रकम का होगा। एनसीडी के परिपक्व होने पर अदायगी के जोखिम को 25 साल के लिए एक दमदार पीपीपी (एनटीपीसी) के जरिये कम किया गया है।
प्रबंधन ने उम्मीद जताई है कि अदायगी कम निर्धारित कूपन दर (देय अर्धवार्षिक) पर होगा। प्रस्तावित टर्म लोन के नियमों एवं शर्तों में कोई भी उल्लेखनीय परिवर्तन रेटिंग पर असर डाल सकता है।
वित्तीय दस्तावेजों के अनुसार, प्रत्येक परियोजना एनसीडीधारकों को 3,000 करोड़ रुपये की कॉरपोरेट गारंटी प्रदान करेगी।
