विदेशी कारोबार में गच्चा खा चुकी वॉकहार्ट लिमिटेड कर्ज से उबरने के लिए आयरलैंड की अपनी जेनेरिक दवा कंपनी पाइनवुड को बेचने जा रही है।
इसे खरीदने की होड़ में दुनिया की तीन बड़ी दवा कंपनियां शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक, इस कंपनी की कीमत 1,000 करोड़ रुपये आंकी गई है। पाइनवुड की बिक्री के अलावा कंपनी ने कई और तरीकों से कुल 1,925 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।
मुख्य प्रवर्तक हबील खोराकीवाला की इस कंपनी ने वॉकहार्ट हॉस्पिटल्स में अपनी 24 फीसदी हिस्सेदारी भी बेचने का फैसला लिया है। इसके जरिए 500 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य है। इतना ही नहीं, कंपनी के वेटनरी कारोबार को भी बेचने का फैसला लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते कंपनी को अपने कर्ज को नए सिरे से व्यवस्थित करने (सीडीआर) पर मजबूर होना पड़ा था। दिसंबर 2007 के 2,900 करोड़ रुपये के मुकाबले दिसंबर 2008 में वॉकहार्ट का शुद्ध कर्ज 17.25 फीसदी बढ़कर 3,400 करोड़ रुपये हो गया था।
सूत्रों के मुताबिक, कई स्रोतों से जुटाए जा रहे धन के जरिए कंपनी की तरलता संकट कम करने की कोशिश की जा रही है। हालांकि वॉकहार्ट के प्रवक्ता ने इस मुद्दे पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। लेकिन उसने धन संकट की बात जरूर स्वीकार की।
उसके मुताबिक, ”हमने सीडीआर के लिए आवेदन दिया है। इसके जरिए हम अगले कुछ महीनों में धन की किल्लत दूर करने की कोशिश कर रहे हैं।” वॉकहार्ट लिमिटेड का वेटनरी कारोबार बेचकर 250 करोड़ रुपये जुटाया जाएगा। इस सौदे के लिए फाइजर और सनोफी से बातचीत की जा रही है। वॉकहार्ट हॉस्पिटल्स में 24 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर 500 करोड़ रुपये जुटाए जाने का लक्ष्य है।
ऐसे बनेगी दवाई
पाइनवुड की बिक्री 1,000 करोड़ रुपये
वॉकहार्ट हॉस्पिटल में 24
फीसदी हिस्सेदारी बेचकर 500 करोड़ रुपये
बैंकों से लोन 175 करोड़ रुपये
वेटनरी कारोबार बेचकर 250 करोड़ रुपये
कुल इंतजाम 1,925 करोड़ रुपये
