आदित्य बिड़ला फैशन ऐंड रिटेल में निवेश की घोषणा करने वाली ई-कॉमर्स दिग्गज फ्लिपकार्ट ने आज कहा कि वह कई अन्य ऑफलाइन रिटेलरों तथा तकनीकी कंपनियों में ऐसे रणनीतिक निवेश की संभावना तलाश रही है। वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली फ्लिपकार्ट प्रतिद्वंद्वी कंपनियों एमेजॉन और रिलायंस के जियो मार्ट को टक्कर देने में लगी है। इन दोनों कंपनियों की रणनीति भी कुछ इसी तरह की है।
फ्लिपकार्ट समूह के मुख्य कार्याधिकारी कल्याण कृष्णमूर्ति ने कहा कि हम ऐसी कंपनियों में अतिरिक्त निवेश करने की संभावना तलाश रहे हैं जिसकी बुनियाद नैतिकता, मूल्यों, संस्कृति पर टिकी हो और उसमें दक्षता भी हो।
कृष्णमूर्ति ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘हम और अधिक साझेदारी की संभावना तलाशते रहेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘कंपनी का सिद्घांत साझेदारी के जरिये विकास करने और संपूर्ण पारिस्थितिक तंत्र की सफलता को सुनिश्चित
करना है।’
इसी महीने फ्लिपकार्ट समूह और आदित्य बिड़ला फैशन ऐंड रिटेल लिमिटेड ने एक राणनीतिक साझेदारी की है। इस साझेदारी का मकसद ग्राहकों के फैशन अनुभव को समृद्घ बनाना है। 1,500 करोड़ रुपये के निवेश से फ्लिपकार्ट आदित्य बिड़ला फैशन ऐंड रिटेल में करीब 7.8 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगी।
कृष्णमूर्ति ने कहा कि फ्लिपकार्ट के साझेदारी और निवेश के लिए संबंधित कंपनी की संस्कृति और मूल्य समान होने चाहिए। उन्होंने कहा कि फ्लिपकार्ट ऐसी कंपनियों के साथ साझेदारी करती है जो 10 साल तक की लंबी अवधि के लिए सोचते हैं न कि एक तिमाही या एक साल के लिए।
कृष्णमूर्ति ने कहा, ‘आदित्य बिड़ला फैशन के मामले में हम उसे शुरुआत से ही देख रहे हैं। हमने पाया है कि दोनों कंपनियों की दक्षता दो कारोबारों में एकदम अलग है और हम एक-दूसरे की पूरक है।’
उदाहरण के लिए फ्लिपकार्ट के पास 3,000 से अधिक इंजीनियरों की टीम है जो स्थानीय तकनीक की समस्या को दूर सकते हैं और आदित्य बिड़ला फैशन या अरविंद फैशंस के पास विश्वसनीय ब्रांडों की व्यापक रेंज तथा स्टोरों का विस्तृत नेटवर्क है। उन्होंने कहा कि इन क्षमताओं को एकसाथ लाने के कई तरीके हैं और इससे एक-दूसरे को विकास करने में मदद मिलेगी। कृष्णमूर्ति ने कहा, ‘कई ऐसी चीजें हैं जो सही मायने में हम साझा कर सकते हैं और एक-दूसरे से सीख सकते हैं।’
इस साल फ्लिपकार्ट ने ऑफलाइन रिटेलरों और तकनीकी कंपनियों में कई रणनीतिक निवेश किए हैं। इस साल जुलाई में फ्लिपकार्ट समूह ने 260 करोड़ रुपये के निवेश से अरविंद फैशंस की सहायक इकाई अरविंद यूथ ब्रांड्स में अल्सांश हिस्सेदारी ली है। जुलाई में ही फ्लिपकार्ट ने थोक कारोबार में अपनी मौजूदगी बढ़ाने के लिए वॉलमार्ट इंडिया का अधिग्रहण किया, जो बेस्ट प्राइस कैश ऐंड कैरी कारोबार का परिचालन करती है।
