सामान्य दवाओं की बढ़ी ताकत

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 7:00 PM IST

पिछले दो वर्षों की वैश्विक महामारी के दौरान अत्यधिक मांग वाली सामान्य दवाओं ने वृद्धि के मोर्चे पर भी दमदार प्रदर्शन किया है। भारतीय औषधि बाजार में बिकने वाली शीर्ष 20 दवाओं की वार्षिक चक्रवृद्धि दर (सीएजीआर) के एक विश्लेषण से पता चलता है कि पैरासिटामोल (दर्द, बुखार एवं एनाल्जेसिक), एजिथ्रोमाइसिन (सामान्य एंटीबायोटिक), मल्टी-विटामिन और एनोक्सापैरिन (खून के थक्के को रोकने वाली दवा) जैसी दवाओं ने पिछले पांच वर्षों के दौरान उच्च दो अंकों में सीएजीआर दर्ज की हैं।
एलारा सिक्योरिटीज रिसर्च के आंकड़ों से पता चलता है कि साल 2017 से 2021 के बीच लगभग हरेक कोविड-19 मरीज को दी जाने वाली दवा पैरासिटामोल ने 21.4 फीसदी सीएजीआर दर्ज की। इसी प्रकार, एनाक्सापैरिन का भी कोविड-19 के उपचार में काफी उपयोग किया गया और इसने समान अवधि में 21.8 फीसदी सीएजीआर दर्ज की।
एजिथ्रोमाइसिन गले में संक्रमण के उपचार में इस्तेमाल की जाने वाली सामान्य एंटीबायोटिक दवा है। साल 2020 में कोविड-19 की पहली लहर के बाद से ही कोविड मरीजों के उपचार में इस दवा का व्यापक उपयोग हुआ है। साल 2017 से 2021 के बीच एजिथ्रोमाइसिन ने 18.1 फीसदी की आकर्षक वृद्धि दर्ज की है। मल्टी-विटामिन एवं खनिजयुक्त दवाओं के प्रति लोगों का आकर्षण काफी बढ़ा है। बेहतर प्रतिरक्षा के लिए लोग विटामिन की गोलियों का सेवन करना शुरू कर दिया जिससे इस श्रेणी में 17.9 फीसदी की वृद्धि दर दर्ज की गई।
ऐतिहासिक तौर पर मधुमेहरोधी एवं हाइपरटेंशनरोधी जैसी गंभीर उपचार की दवाओं की भी घरेलू बाजार में खूब मांग रही है। कोविड-19 के दौरान पैरासिटामोल और एजिथ्रोमाइसिन जैसी दवाओं की जबरदस्त बिक्री हुई। उदाहरण के लिए, एंटीबायोटिक ब्रांड एजिथ्रल (एलेंबिक फार्मा का ब्रांड) अपने इतिहास में पहली बार जनवरी 2022 में सबसे अधिक बिकने वाला ब्रांड बन गया जिसे कोविड-19 की तीसरी लहर ओमीक्रोन के दौरान जबरदस्त मांग से ताकत मिली।
आईक्यूवीए के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी में एजिथ्रल की कुल बिक्री 73 करोड़ रुपये की रही और इस प्रकार उसकी वृद्धि दर 250 फीसदी दर्ज की गई। पैरासिटामोल ब्रांड डोलो जनवरी में तीसरे पायदान पर रहा और उसकी बिक्री 307 फीसदी बढ़कर 64 करोड़ रुपये की हो गई।
मुंबई की एक मझोले आकार की दवा कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वैश्विक महामारी के महीनों के दौरान उनकी कंपनी ने विटामिन सी जैसे विटामिन का उत्पादन बढ़ा दिया था और अब भी उसकी खूब मांग दिख रही है। उन्होंने कहा, ‘हमें इन दवाओं में काफी अवसर दिखा और इसलिए हमने इन सभी दवाओं का तत्काल उत्पादन एवं वितरण बढ़ाने का निर्णय लिया। हालांकि डोलो और एजिथ्रल जैसे शीर्ष ब्रांडों की बिक्री अधिक होगी लेकिन बाजार में कम लोकप्रिय ब्रांडों की भी पर्याप्त मांग थी।’
बाजार अनुसंधान फर्म एआईओसीडी अवाक्स की अध्यक्ष शीतल सापले ने कहा कि पिछले दो वर्षों के दौरान आमतौर पर आकर्षक दिखने वाली श्रेणियों में भी नए ब्रांड उतारे गए। उन्होंने कहा, ‘उदाहरण के लिए, इस दौरान एजिथ्रोमाइसिन, आइवरमैक्टिन, एनोक्सापैरिन, रेमडेसिविर और फैविपिराविर जैसी दवाओं को लॉन्च किया गया जिनकी कोविड-19 महीनों के उपचार के लिए जबरदस्त मांग दिखी। कंपनियों को यह भी पता था कि यह सीजन जल्द ही खत्म हो जाएगा।’

First Published : May 16, 2022 | 12:24 AM IST