किराना सामानों का खुदरा कारोबार मजबूत कर लेने के बाद मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस रिटेल ने मांसाहारी उत्पादों का कारोबार और मजबूत करने की योजना बनाई है।
कंपनी सूत्रों के मुताबिक, राजस्व बढ़ाने के लिए कंपनी मांसाहारी उत्पादों की रिटेल चेन ‘डिलाइट प्रोटीन्स’ के कई नए स्टोर और उत्पाद लॉन्च करने जा रही है।
सूत्र ने बताया कि डिलाइट प्रोटीन्स अगले 3 महीने में 50 नए स्टोर खोलेगी। कंपनी का इस साल (कैलेंडर वर्ष) के अंत तक 500 नए स्टोर लॉन्च करने का इरादा है तो 2010 के अंत तक उसने 1,000 नए स्टोर खोलने का लक्ष्य रखा है।
फिलहाल देश में चेन्नई, बेंगलुरु, मुंबई जैसे शहरों में डिलाइट के 100 से ज्यादा स्टोर हैं। सूत्र के मुताबिक, किराना की तुलना में मांसाहारी उत्पादों से ज्यादा मुनाफा मिलता है। लिहाजा राजस्व बढ़ाने के लिए वह मांसाहारी उत्पादों के कारोबार पर फोकस कर रही है।
किराना उत्पादों से जहां 10 से 15 फीसदी की मार्जिन मिलती है, वहीं इसमें 20 फीसदी तक की मार्जिन मिल जाती है। वैसे याद हो कि पिछले साल के शुरू में आंध्र प्रदेश में डिलाइट स्टोरों को मछुआरों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा था।
इतना ही काफी नहीं। कंपनी ने मांसाहारी उत्पादों के अनुसंधान और विकास के लिए प्रयोगशाला स्थापित की है। अब इसकी नजर अर्द्ध-प्रसंस्कृत उत्पादों की लॉन्चिंग पर है। खाने और पकाने में आसान रहने वाले मछली और मांसों उत्पादों को उतारने की कंपनी की योजना है।
सूत्रों के मुताबिक, ”नॉनवेज उत्पादों में 20 फीसदी से भी ज्यादा मार्जिन मिल जाती है। इसके अलावा डिलाइट अपने स्टोर का आकार जल्द ही 200 वर्गफीट से बढ़ाने जा रही है।” रिलायंस रिटेल के प्रवक्ता के मुताबिक, ”पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, उड़ीसा और कर्नाटक में परीक्षण के लिए खोले गए हमारे स्टोरों को काफी अच्छा समर्थन मिला। इसलिए हमने इन राज्यों में अपनी उपस्थिति मजबूत करने का निश्चय किया है।
कंपनी के राजस्व में डिलाइट की हिस्सेदारी बहुत कम है। विस्तार योजना कार्यान्वित हो जाने के बाद अगले दो साल में रिलायंस रिटेल में इसका हिस्सा 10 फीसदी तक चला जाएगा।” अब तक गोदरेज समूह, स्पेंसर्स, स्पिनाक और हाइपरसिटी जैसे स्टोर ही मांस बेच रहे हैं।
