नागरिक विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया से कहा है कि सुरक्षा संबंधी मामलों से निपटने के लिए वह स्पष्ट नियंत्रण श्रृंखला की व्यवस्था करे। अधिकारियों ने बिजनेस स्टैंडर्ड को यह जानकारी दी। पिछले दो महीने के दौरान विमानन कंपनी द्वारा दो बार सुरक्षा मानकों का उल्लंघन किए जाने के बाद नियामक ने यह निर्देश जारी किया है।
डीजीसीए के अधिकारियों के अनुसार वर्तमान में विमानन कंपनी के भीतर इस बात को लेकर कुछ ‘भ्रम’ है कि सुरक्षा मामलों को कौन संभाल रहा है, क्योंकि राजीव गुप्ता उड़ान सुरक्षा प्रमुख और हेनरी डोनोहो सुरक्षा एवं गुणवत्ता प्रमुख हैं। गुप्ता ने पिछले साल दिसंबर में कार्यभार संभाला था, जबकि डोनोहो ने एक महीने पहले कार्यभार संभाला था।
डीजीसीए ने विमानन कंपनी से कहा कि वह इस भ्रम को दूर करे ताकि नियामक, जवाबदेह प्रबंधक और उड़ान सुरक्षा प्रमुख के बीच स्पष्ट संचार हो। एयर इंडिया के मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंध निदेशक कैंपबेल विल्सन जवाबदेह प्रबंधक हैं। एक अधिकारी ने कहा इस स्पष्ट नियंत्रण श्रृंखला से सुरक्षा संबंधी मसलों को शीघ्रतापूर्वक हल करने में मदद मिलेगी।
बिजनेस स्टैंडर्ड के सवालों के जवाब में एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि उड़ान सुरक्षा प्रमुख को डीजीसीए द्वारा अनुमति प्रदान की जाती है और जवाबदेह प्रबंधक तक उनकी सीधी पहुंच होती है। प्रवक्ता ने कहा कि एक साल पहले प्रदान की गई डीजीसीए की मौजूदा मंजूरी के अनुसार एयर इंडिया में उड़ान सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी गुप्ता के पास है।
डोनोहो को समूह की विमानन कंपनियों में सुरक्षा कार्य प्रणाली मजबूत करने और समायोजित करने के लिए कॉरपोरेट स्तर पर नियुक्त किया गया है। उनकी भूमिका पूरक है और उड़ान सुरक्षा प्रमुख के कार्यों में कोई बाधा नहीं है। पिछले दो महीने में एयर इंडिया में सुरक्ष संबंधी दो बड़े उल्लंघन हुए हैं। पहले उदाहरण में नियामक की दो सदस्यों वाली टीम ने 25-26 जुलाई को गुरुग्राम में विमानन कंपनी के मुख्य कार्यालय में जांच की।
टीम ने पाया कि एयर इंडिया को 13 क्षेत्रों में आंतरिक सुरक्षा जांच करनी थी। इनमें कार्गो, रैंप और केबिन की निगरानी शामिल थी, लेकिन इसने कथित तौर पर सभी 13 मामलों में मनगढ़ंत रिपोर्टें बनाईं। फिलहाल डीजीसीए इस मामले की जांच कर रहा है।
दूसरे उदाहरण में नियामक ने दो सप्ताह पहले एयर इंडिया का स्वीकृत प्रशिक्षण संगठन (एटीओ) लाइसेंस निलंबित कर दिया। इससे इसके दोनों सिम्युलेटर – मुंबई में बोइंग सिम्युलेटर और हैदराबाद में एयरबस सिम्युलेटर का काम रुक गया।