स्नैक्स एवं बेवरिजेज कंपनी पेप्सिको ने अप्रैल और जून के बीच भारत में अपने राजस्व में दो अंक में गिरावट दर्ज की। कंपनी ने नैसडैक को दी जानकारी में कहा है कि कोविड-19 महामारी की वजह से उपभोक्ता मांग में आई कमी से इस अवधि के दौरान उसके स्नैक्स एवं बेवरिजेज पोर्टफोलियो की बिक्री प्रभावित हुई।
एक साल पहले यहां उसके कुछ बेवरेज व्यवसाय की रीफ्रेंचाइजिंग के कारण भारत में कंपनी के शुद्घ राजस्व पर 6 प्रतिशत प्रभाव पड़ा और समान अवधि के दौरान अफ्रीका, पश्चिम एशिया और दक्षिण एशियाई (एएमईएसए) क्षेत्र के लिए उसके कुल राजस्व पर 1 प्रतिशत का प्रभाव दर्ज किया गया। इस क्षेत्र में बेवरेज श्रेणी में उसकी बिक्री 25 प्रतिशत तक घटी, क्योंकि भारत और पाकिस्तान में बिक्री में दो अंक में कमी दर्ज की गई। हालांकि स्नैक्स श्रेणी में, कंपनी ने भारत के संदर्भ में इस क्षेत्र में बिक्री में कमी दर्ज की। जबकि अन्य प्रमुख बाजारों में उसने स्नैक्स की बिक्री में 117 प्रतिशत की वृद्घि दर्ज की, जबकि भारत में इसमें दो अंक में गिरावट दर्ज की गई।
भारत में ऊंचे आधार की वजह से उसका परिचालन लाभ 75 प्रतिशत घट गया और दक्षिण अफ्रीकी बाजार में विलय एवं समेकन का प्रभाव पड़ा। पिछले साल समान तिमाही के दौरान भारत में उसके बोटलिंग परिचालन की रीफ्रेंचाइजिंग गतिविधि से उसके परिचालन लाभ में 4.5 प्रतिशत तक का सुधार दर्ज किया गया था। पेप्सिको इंक के मुख्य कार्याधिकारी रेमन लगुआर्ता के अनुसार, वैश्विक रूप से कंपनी ने महामारी से संबंधित लागत पर 3,000 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसमें कर्मचारियों के लिए सुरक्षात्मक उपकरणों की खरीद भी शामिल है।
कुल मिलाकर, बाजार अनुमानों के विपरीत कंपनी का शुद्घ राजस्व 3.1 प्रतिशत घटकर 15.95 अरब डॉलर रह गया। पिछली तिमाही के दौरान भारतीय बाजार में कमजोर प्रदर्शन से उसका संपूर्ण वित्तीय प्रदर्शन प्रभावित हुआ है। पिछले 6 महीनों के दौरान भारत में पेप्सिको के स्नैक्स व्यवसाय में एक अंक तक की गिरावट दर्ज की गई। कंपनी ने एक्सचेंज को दी जानकारी में कहा है कि वर्ष 2020 के लिए उसकी बेवरेज बिक्री में 14 प्रतिशत की कमी आई, जिससे भारत और पाकिस्तान के बाजारों में दो अंक में गिरावट को बढ़ावा मिला।
लगुआर्ता ने कहा कि कंपनी ने मई और जून में कुछ सुधार दर्ज किया क्योंकि कई देशों में कारोबार पुन: पटरी पर लौटने लगा और उपभोक्ताओं ने कुछ हद तक खरीदारी शुरू कर दी।
