नेटवर्किंग क्षेत्र की वैश्विक कंपनी सिस्को ने देश के पूर्वी क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहे लघु एवं मझोले उद्यमों (एसएमई) की सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) जरूरतों का पता लगाने के लिए अपने ‘नेटवर्क ऑन व्हील्स’ (एनओडब्ल्यू) वैन कार्यक्रम चलाए जाने की घोषणा की है।
कंपनी के एनओडब्ल्यू वैन में कस्टमाइज्ड सिस्को नेटवर्किंग सॉल्युशन का मोबाइल प्रदर्शन शामिल है जिसमें सुरक्षा, वायरलेस, मोबिलिटी और यूनिफाइड आईपी कम्युनिकेशन जैसी उन्नत प्रौद्योगिकयों को जगह दी गई है।
सिस्को इंडिया ऐंड सार्क के उपाध्यक्ष (ईस्ट) अमित मलिक के मुताबिक, ‘अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों में एसएमई निवेश की बदौलत सिस्को का एसएमई कारोबार सालाना 70 फीसदी की रफ्तार से बढ़ रहा है। हमें इस साल भी यह रफ्तार जारी रहने की उम्मीद है।’ ‘नेटवर्क ऑन व्हील्स’ वैन 25 फुट लंबा मोबाइल शोकेस है जो सिस्को के नए नेटवर्किंग सॉल्युशन से लैस है।
मोबाइल वैन पहले, दूसरे और तीसरे दर्जे के शहरों का दौरा करती है और देश में प्रत्येक शहर में 100 से अधिक ग्राहकों के लिए सीधा प्रदर्शन का आयोजन करती है। सिस्को एनओडब्ल्यू वैन एसएमबी के लिए इंटरेक्टिव टेक्नोलॉजी सॉल्युशन का प्रदर्शन करती है।
एक्सेस मार्केट्स इंटरनेशनल (एएमआई) के मुताबिक भारत में अनुमानित रूप से 76 लाख एसएमई हैं। ऐसा अनुमान लगाया गया है कि 2008 के अंत में ये एसएमबी अकेले नेटवर्किग हार्डवेयर पर 60.5 करोड़ डॉलर खर्च करेंगे। इस राशि में से 40 फीसदी हब और लैन स्विच पर खर्च की जाएगी।
भारतीय एसएमबी तेजी से फल-फूल रहे हैं और वे राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय रूप से और अधिक बिजनेस भागीदारों को अपने साथ जोड़ रहे हैं। मलिक ने कहा कि इसमें से कई उद्यमी नई शाखाएं खोल रहे हैं और नेटवर्किंग कर्मचारियों को जोड़े रखने में अहम भूमिका निभाएगी।
एनओडब्ल्यू वैन जैसी पहलों के साथ सिस्को सूचना प्रौद्योगिकी, शिक्षा, निर्माण और शेयर ब्रोकिंग एवं वित्तीय संस्थानों जैसे तेजी से बढ़ रहे क्षेत्रों में ध्यान केंद्रित करना चाहती है।
एसएमई क्षेत्र के लिए अपनी योजनाओं के तहत सिस्को कस्टमाइज्ड टेक्नोलॉजी सॉल्युशन विकसित करने के अलावा मौजूदा समय में मौजूद श्रेष्ठ प्रौद्योगिकी में निवेश को सक्षम बनाने के लिए वित्तीय सहायता भी मुहैया करा रही है।
इसके अलावा सिस्को ग्राहकों को उनकी कारोबारी चुनौतियों का पता लगाने में मदद करने के लिए क्षेत्र-आधारित सॉल्युशन के निर्माण पर भागीदारी के साथ सक्रियता से काम कर रही है। इससे इन ग्राहकों को योजना, डिजाइन तैयार करने और कारोबारी नेटवर्क को अधिक कुशलतापूर्वक चलाने में मदद मिलेगी।
जिन शहरों को एनओडब्ल्यू वैन के दायरे में लाया गया है, उनमें नई दिल्ली, चंडीगढ़, लुधियाना, करनाल, कानपुर, वाराणसी, जयपुर, अहमदाबाद, पुणे, मुंबई, हैदराबाद और भुवनेश्वर के अलावा दुर्गापुर और रांची जैसे कई प्रमुख औद्योगिक शहर भी शामिल हैं।