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3 साल में डेटा-एआई टीम दोगुनी करेगी कैपजेमिनाई

हम अपनी डेटा व एआई टीम को तीन साल में दुगना कर 60 हजार कर देंगे और अपने ज्यादातर कर्मचारियों को प्रशिक्षित करेंगे।

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आयुष्मान बरुआ   
Last Updated- December 03, 2023 | 11:19 PM IST

फ्रांस की आईटी कंपनी कैपजेमिनाई अपनी डेटा व आर्टिफिशल इंटेलिजेंस टीम को मजबूत बना रही है। भारत में उसके 1.80 लाख कर्मचारी हैं। भारत में कंपनी के मुख्य तकनीकी व नवोन्मेष अधिकारी (सीटीआईओ) निशीथ श्रीवास्तव ने आयुष्मान बरुआ से जेनरेटिव एआई पर बातचीत की। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश…

जेनरेटिव एआई की बुनियाद पर कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने की कैपजेमिनाई की क्या योजना है?

डेटा व एआई बाजार में कैपजेमिनाई मजबूत कंपनी है, जो हर उद्योग के क्लाइंटों के लिए वैल्यू ला रही है और परियोजना की डिलिवरी इस तरह से कर रही है कि इसका राजस्व लागत को पीछे छोड़ रहा है। इसमें डेटा व एआई कंसल्टेंट और इंजीनियरो, उद्योग में हमारे गहरे अनुभव और हमारे औद्योगिक डिलिवरी ऐसेट्स का अहम योगदान रहा है।

हम अपनी डेटा व एआई टीम को तीन साल में दुगना कर 60 हजार कर देंगे और अपने ज्यादातर कर्मचारियों को प्रशिक्षित करेंगे। अपने वैश्विक डेटा व एआई कैंपस का फायदा उठाते हुए हम अपने ज्यादातर कर्मचारियों को प्रशिक्षित करेंगे, जिसकी शुरुआत डेटा व एआई टीम, जेनएआई डेवलपमेंट टूल्स पर हमारे डेवलपर्स व टेस्टर्स से होगी ताकि सुनिश्चित हो सके कि हम तकनीक का पूरा लाभ और इसका सबसे अच्छा इस्तेमाल कर रहे हैं।

जेनएआई में कितने कर्मचारियों का प्रशिक्षण हो चुका है?

हमने जेनएआई में करीब 30 हजार ट्रेनिंग पूरी की है और आगामी महीने में इसे और बढ़ाने का हमारा लक्ष्य है। भारत में कैपजेमिनाई के करीब 1.80 लाख कर्मचारी हैं, जिसमें से करीब 50 फीसदी एआई व जेनएआई से संबंधित तकनीक पर काम कर रहे हैं।

नई तकनीकों मसलन ऑटोमेशन व एआई का अधिकतम फायदा उठाते हुए हम अपने कर्मचारियों को उनकी उत्पादकता बढ़ाने व क्षमता मजबूत बनाने में मदद करते हैं। ये टूल्स हमें अपने कर्मियों को ज्यादा वैल्यू ऐडेड वाली भूमिकाओं में ले जाने में सक्षम बनाता है और हमें तकनीकी प्रतिभा की किल्लत को दूर करने आदि में मदद कर सकता है।

आप अपनी कंपनी को आगे रखने में कैसे मदद करेंगे?

भारत में कैपजेमिनाई के सीटीआईओ होने के नाते हमारी दो अहम जिम्मेदारी 1,700 से ज्यादा तकनीकों को ट्रैक करने और भविष्य में हमारे क्लाइंटों के बिजनेस पर उसके संभावित असर का आकलन करना है। इसके अलावा साथ मिलकर नवोन्मेष करने और अपने क्लाइंटों को विभिन्न उद्योगों व उनके वैल्यू चेन में खुद को अलग दिखाना है।

आईटी, इंजीनियरिंग व डिजायन क्षमता के विभिन्न पहलू का फायदा उठाते हुए मैं अत्याधुनिक समाधान विकसित करने आदि में योगदान देता हूं। स्टार्टअप, तकनीकी नवोन्मेषियों, शोध संस्थानों, अकेडमिक संग हमारी रणनीतिक साझेदारी हमें शोध व नवोन्मेष का दायरा व्यापक बनाने की इजाजत देता है और अपने क्लाइंटों को आगे रहने में मदद करने का भी।

एआई के लिए किस वर्टिकल में ज्यादा मांग है?

कैपजेमिनाई बीएफएसआई, ऑटोमोटिव, कंज्यूमर प्रॉडक्ट्स व रिटेल, दूरसंचार, एरोस्पेस ऐंड डिफेंस, एनर्जी ट्रांजिशन व यूटिलिटीज, लाइफ साइंसेज, मैन्युफैक्चरिंग व मीडिया के अलावा मनोरंजन जगत में ज्यादा मांग देख रही है, जहां समाधान के एआई को समाहित करने या जोड़ने की बातें होती है।

भारत में एआई का विनियमन होना चाहिए, इस पर कैपजेमिनाई की क्या राय है?

कैपजेमिनाई वैश्विक स्तर पर होने वाली नियामकीय प्रगति पर नजर रखती है। जिम्मेदार कारोबारी होने के नाते हम तकनीके के विकास और लागू होने वाले स्थानीय विनियमन पर नजररखतेहैं ताकि हम जेनएआई को लेकर अपने आंतरिक दिशानिर्देश को लगातार अद्यतन बनाए रख सकें।

साथ ही हम एआई व जेनएआई का इस्तेमाल करने वाले सभी भागीदारों को जिम्मेदाराना व्यवहार करने को भी प्रोत्साहित करते हैं। एआई के लिए हमारे पास आचार संहिता है, जिसका हम वर्षों से इस्तेमाल कर रहे हैं और यह विभिन्न उद्योगों के हमारे साथ जुड़े क्लाइंटों के लिए हो रहा है।

First Published : December 3, 2023 | 11:19 PM IST