ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज ने कहा है कि वह अपने मुनाफे को बरकरार रखते हुए बाजार भागीदारी बढ़ाने पर ध्यान बरकरार रखेगी। ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक वरुण बेरी ने वित्तीय परिणाम की घोषणा के बाद आयोजित कॉन्फ्रेंस कॉल में विश्लेषकों को बताया कि जहां तक भविष्य का सवाल है, वे कमोडिटी की स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और दैनिक आधार पर कदम उठा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘हम प्रतिस्पर्धी कीमत बदलावों को लेकर भी बेहद सतर्क हैं, क्योंकि हम समझते हैं कि बाजार दिग्गज होने के नाते आपको आगे बढ़ना होगा। लेकिन हम बाजार में प्रतिस्पर्धी से दूर बने रहना नहीं चाहते और इस दिशा में हम लगातार प्रयास कर रहे हैं।’
जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 9.6 प्रतिशत घटकर 531.5 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी का कुल राजस्व वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 5.1 प्रतिशत बढ़कर 4,713.6 करोड़ रुपये रहा और उसने तिमाही में 8 प्रतिशत की बिक्री वृद्धि दर्ज की। बिस्कुट निर्माता का ब्याज, कर एवं मूल्यह्रास पूर्व लाभ 10.6 प्रतिशत घटकर 825.9 करोड़ रुपये रहा।
मौजूदा मांग परिदृश्य पर बात करते हुए बेरी ने कहा, ‘हम समझते हैं कि भारत में मांग परिवेश उतना ज्यादा अच्छा नहीं है, जितना पहले था। इसलिए हम इसे संतुलित करने की कोशिश कर रहे हैं। हम ऐसे ऑपरेटर नहीं हैं जो तिमाही और सिर्फ तिमाही देखते हैं। हम लंबी अवधि में एक मजबूत और ठोस व्यवसाय चाहते हैं।’
उन्होंने कहा कि यदि कंपनी को लगता है कि बिक्री पर दबाव है और यदि कंपनी को मूल्य वृद्धि के बारे में थोड़ा सावधान रहने की आवश्यकता है, तो वह ऐसा करेगी। उन्होंने कहा, ‘हम इन दोनों को संतुलित करने की कोशिश करेंगे। इसलिए मैं कहूंगा कि हां, वॉल्यूम पर कुछ असर पड़ेगा, लेकिन यह अल्पावधि होगा।’ बेरी का यह भी कहना है कि अगले 6 से 9 महीनों के दौरान कंपनी कीमत वृद्धि को लेकर सतर्कता बरतेगी। मंगलवार को, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज का शेयर एनएसई पर 7.3 प्रतिशत गिरकर 5,038 रुपये पर बंद हुआ।