पेट्रोलियम उत्पादों और विमानन ईंधन (एटीएफ)की कीमतों में वृद्धि से कूरियर कंपनियों ने भी अपना सेवा शुल्क बढ़ाने का निर्णय लिया है।
कूरियर बाजार के जानकारों के मुताबिक विभिन्न कूरियर कंपनियों ने अपने ईंधन अधिभार में लगभग 5 फीसद का इजाफा कर दिया है। इस बाबत अंतरराष्ट्रीय कूरियर यूपीएस जेटायर एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड की संयुक्त कंपनी एएफएल विज प्राइवेट लिमिटेड के महाप्रंबधक संजय राय ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि तेल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी ने कूरियर कंपनियों को भी सेवा शुल्क बढ़ाने के लिए विवश किया है।
राय की कंपनी ने घरेलू कूरियर सेवाओं के लिए ईंधन अधिभार 18 फीसदी से बढ़ाकर 23 फीसदी कर दिया है। यहीं नहीं एटीएफ की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के कारण अन्तराष्ट्रीय स्तर पर प्रदान की जाने वाली कूरियर सेवाओं में जून महीने के लिए अधिभार 17.5 फीसद से बढ़ाकर 18.5 फीसद कर दिया गया है। विमानन कंपनियों द्वारा अपने किराये में बढ़ोतरी के ऐलान के बाद अब इसके बढ़ने की और ज्यादा संभावना है।
असंगठित क्षेत्र की कूरियर कंपनियों के मालिक इससे परेशान हैं। उनके मुताबिक अंतरराष्ट्रीय स्तर की सेवाएं देने के लिए उनके पास संसाधन नहीं हैं, किराया बढ़ने से बचे हुए उपभोक्ता भी चले जाएंगे। ऐसे में संगठित क्षेत्र की कंपनियों से वे मुकाबला नहीं कर पाएंगे।