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BigBasket ने ई-कॉमर्स फर्मों के लिए पेश किया BB Matrix

BB Matrix का उद्देश्य पारदर्शिता बढ़ाना, परिवहन लागत को कम करना और खुदरा, ई-कॉमर्स, विनिर्माण और विमानन सहित विभिन्न क्षेत्रों में संचालन को सुव्यवस्थित करना है।

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आर्यमन गुप्ता   
Last Updated- July 18, 2024 | 11:33 PM IST

टाटा के निवेश वाली बिगबास्केट ने गुरुवार को नई और मौजूदा ई-कॉमर्स कंपनियों की आपूर्ति श्रृंखला और संचालन के प्रबंधन के लिए अपना सॉफ्टवेयर-ऐज-ए-सर्विस (एसए एएस) आधारित आपूर्ति श्रृंखला प्लेटफॉर्म बीबी मैट्रिक्स पेश करने की घोषणा की।

कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘यह प्लेटफॉर्म वैश्विक स्तर पर उद्यमों को समूची आपूर्ति श्रृंखला तक पूर्ण पारदर्शिता पेश करता है। इससे उपयोगकर्ता संगठनों को तुरंत अपडेट लेने, बाधाओं को तुरंत जानने और मजबूत आपूर्ति श्रृंखला तैयार करने के लिए डेटा आधारित निर्णय लेने की सुविधा मिलती है।’

कंपनी का दावा है कि बीबी मैट्रिक्स से कारोबारों को परिवहन लागत में करीब 50 फीसदी कमी करने , लीड समय को घटाकर करीब 60 फीसदी कम करने और आपूर्ति श्रृंखला में 100 फीसदी तक पारदर्शिता की सुविधा मिलेगी।

बिग बास्केट के नए कार्यक्षेत्र का नेतृत्व करने वाले और कंपनी के सीपीटीओ एवं सास कारोबार के प्रमुख रक्षित डागा ने कहा, ‘तेज, मजबूत और कम लागत वाली आपूर्ति श्रृंखलाओं की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए हमने बीबी मैट्रिक्स को विभिन्न क्षेत्रों के उद्यमों के लिए उपलब्ध कराया है। यह खुदरा और ई-कॉमर्स के अलावा विनिर्माण, वाहन, विमानन, उपभोक्ता वस्तु जैसे क्षेत्रों की जरूरत पूरी करेगा।’

बीबी मैट्रिक्स तीन सास श्रेणी देगी। इसमें वेयरहाउस मैनेजमेंट सिस्टम (डब्ल्यूएमएस), ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम (टीएमएस) और ऑर्डर मैनेजमेंट सिस्टम (ओएमएस) शामिल है। डागा ने कहा, ‘यह प्लेटफॉर्म बिग बास्केट में एक दशक से अधिक की बेहतरीन आपूर्ति श्रृंखला का परिणाम है और आज इससे 1.5 करोड़ से अधिक मासिक लेनदेन हो रहे हैं। इसमें एआई संचालित ऑटोमेशन, बढ़ी हुई पारदर्शिता और शुरू से लेकर अंत तक का काम शामिल है।’

कंपनी की यह पेशकश दुनिया भर में आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन (एससीएम) सॉफ्टवेयर की बढ़ती मांग के बीच आई है। गार्टनर की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में सालाना एससीएम सॉफ्टवेयर खर्च साल 2028 तक 16.3 फीसदी चक्रवृद्धि दर (सीएजीआर) के साथ बढ़कर 62 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा जो अभी 29 अरब डॉलर है।

First Published : July 18, 2024 | 11:06 PM IST