रिलायंस पेट्रोलियम के विलय में 26,000 करोड़ रुपये के ट्रेजरी स्टॉक को जारी नहीं किया जाना रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) के शेयरधारकों के लिए किसी बड़ी राहत से कम नहीं है।
इस ट्रेजरी स्टॉक के निर्माण से कंपनी भविष्य में इस फंड का इस्तेमाल कर सकती है। इस विलय के तहत कंपनी ने शेव्रॉन से 60 रुपये प्रति शेयर की दर से रिलायंस पेट्रोलियम से 22.5 करोड़ शेयर खरीदने का निर्णय किया है। इसकी कुल कीमत 1350 करोड़ रुपये होती है।
शेव्रॉन ने ये शेयर आरआईएल से इसी कीमत पर लिए थे। यह रकम आरपीएल की कुल पेड अप पूंजी का 5 फीसदी है। इस विलय के बाद रिलायंस पेट्रोलियम में आरआईएल की होल्डिंग बढ़कर 75.38 फीसदी या 3 अरब 39 करोड़ 19 लाख 50 हजार शेयर हो गया है, जो पहले 70.38 फीसदी या 3 अरब 16 करोड़ 69 लाख 50 हजार शेयर था।
कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, ‘कंपनी विलय से पहले शेव्रॉन की हिस्सेदारी खरीदेगी। इसके परिणामस्वरूप इस शेयर के बदले कोई शेयर नहीं जारी किए जाएंगे।’ आरआईएल ने आरपीएल में होल्डिंग प्राप्त करने के लिए 21 करोड़ 20 लाख शेयर जारी किए हैं। यह एक तरह का ट्रेजरी स्टॉक हो सकता है, जो फंड उगाही में काम आएगा।
