facebookmetapixel
म्यूचुअल फंड्स में Over Diversification का जाल! कम फंड्स में कैसे पाएं बेहतर रिटर्न₹9 का शेयर करेगा आपका पैसा डबल! वोडाफोन आइडिया में दिख रहे हैं 3 बड़े ब्रेकआउट सिग्नलसर्विसेज की ‘मंदी’ नहीं, बस ‘रफ्तार में कमी’: अक्टूबर में सर्विस PMI घटकर 58.9 पर₹16,700 करोड़ में बिक सकती है RCB टीम! पैरेंट कंपनी के शेयरों में 28% तक रिटर्न की संभावनाGroww IPO: 57% सब्सक्रिप्शन के बावजूद लंबी रेस का घोड़ा है ये शेयर? एक्सपर्ट ने बताया क्यों3% प्रीमियम पर लिस्ट हुआ Orkla India का शेयर, मार्केट कैप पहुंचा ₹10,000 करोड़ के करीबसुस्त शुरुआत के बाद सोने-चांदी की कीमतों में तेजी, घरेलू बाजार में जानें आज के भावपहले कमाते थे ₹52, अब मिलते हैं ₹45; दो-दो ऑर्डर एक साथ ले जाने से डिलीवरी बॉय की कमाई घटीबिहार विधानसभा चुनाव 2025: पहले चरण में सुबह 9 बजे तक कुल 13.13% मतदान, सहरसा जिले में सबसे अधिक 15.27% वोटिंगFortis से Paytm तक, MSCI की नई लिस्ट में 4 भारतीय शेयर शामिल – चीन ने भी दिखाई ताकत

Adani-Hindenburg Row: अदाणी मामले में एक्सपर्ट पैनल पर केंद्र का सुझाव सीलबंद लिफाफे में स्वीकार नहीं- SC

Last Updated- February 17, 2023 | 4:47 PM IST
Gautam Adani

उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) ने शेयर बाजार के लिए नियामक उपायों को मजबूत बनाने की खातिर विशेषज्ञों की समिति पर केंद्र के सुझाव को सीलबंद लिफाफे में स्वीकार करने से शुक्रवार को इनकार कर दिया।

प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला की पीठ ने कहा कि वह निवेशकों के हितों में पूर्ण पारदर्शिता बनाए रखना चाहती है तथा वह सीलबंद लिफाफे में केंद्र सरकार के सुझाव को स्वीकार नहीं करेगी।

पीठ ने कहा, ‘‘ हम सीलबंद लिफाफे में आपके सुझावों को स्वीकार नहीं करेंगे, क्योंकि हम पारदर्शिता बनाए रखना चाहते हैं।’’ उच्चतम न्यायालय ने 10 फरवरी को कहा था कि अदाणी समूह के शेयरों की कीमतों में भारी गिरावट की पृष्ठभूमि में भारतीय निवेशकों के हितों को बाजार की अस्थिरता को देखते हुए संरक्षित करने की आवश्यकता है।

इसके साथ ही न्यायालय ने केंद्र से नियामक तंत्र को मजबूत बनाने के लिए एक पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में क्षेत्र के विशेषज्ञों की एक समिति बनाने पर विचार करने को कहा था।

वकील एम एल शर्मा और विशाल तिवारी, कांग्रेस नेता जया ठाकुर और कार्यकर्ता मुकेश कुमार ने अब तक उच्चतम न्यायालय में इस मुद्दे पर चार जनहित याचिकाएं दायर की हैं। हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अदाणी समूह के खिलाफ कई आरोप लगा जाने के बाद, समूह के शेयरों की कीमतों में काफी गिरावट आई है। हालांकि, समूह ने उसके खिलाफ लगाए गए आरोपों को खारिज किया है।

First Published - February 17, 2023 | 4:46 PM IST

संबंधित पोस्ट