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67% कंपनियों ने क्लाउड खर्च बढ़ाया, 80% अगले साल बढ़ाने की योजना बना रहीं

रिपोर्ट में कहा गया है कि सिर्फ 47 प्रतिशत क्लाउड संबंधित प्रतिबद्धताएं पूरी की गई हैं और कॉरपोरेट क्लाउड कमिटमेंट में 300 अरब डॉलर से अधिक का इस्तेमाल नहीं हुआ है

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बीएस संवाददाता   
Last Updated- September 07, 2023 | 10:58 PM IST

इस साल 67 प्रतिशत कंपनियों ने अपना क्लाउड संबंधित खर्च बढ़ाया और 80 प्रतिशत ने अगले साल इसमें इजाफा करने की योजना बनाई है। ‘इन्फोसिस क्लाउड रडार 2023’ रिपोर्ट के निष्कर्ष से यह जानकारी सामने आई है। शोध से पता चला है कि भंडारण और लागत नियंत्रण के अलावा नई प्रौद्योगिकी तथा क्षमताओं तक पहुंच, नए राजस्व स्रोतों को सक्षम बनाने तथा मौजूदा प्रणालियों के उन्नयन में भी क्लाउड इस्तेमाल बढ़ रहा है।

इन्फोसिस की शोध इकाई इन्फोसिस नॉलेज इंस्टीट्यूट (आईकेआई) द्वारा तैयार रिपोर्ट क्लाउड रडार 2023 में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और नॉर्डिक देशों की कंपनियों के 2500 प्रतिनिधियों की राय शामिल की गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि सिर्फ 47 प्रतिशत क्लाउड संबंधित प्रतिबद्धताएं पूरी की गई हैं और कॉरपोरेट क्लाउड कमिटमेंट में 300 अरब डॉलर से अधिक का इस्तेमाल नहीं हुआ है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि लागत मुख्य चुनौती बनी हुई है, क्योंकि करीब 50 प्रतिशत कंपनियों को अपने क्लाड खर्च का प्रबंधन करने में सघर्ष करना पड़ रहा है। तीन या चार क्लाउड विक्रेताओं से जुड़े करीब दो-तिहाई प्रतिभागियों (65 प्रतिशत) ने क्लाउड को जटिल बताया, जो 2021 में तीन या चार प्रदाताओं द्वारा इस्तेमाल की तुलना में 75 प्रतिशत की वृद्धि है।

पिछले दो वर्षों में सिंगल क्लाउड प्रदाता का इस्तेमाल करने वाली कंपनियों का अनुपात 2021 के 21 से घटकर 2023 में 7 रह गया। रिपोर्ट से पता चला है कि क्लाउड महत्वपूर्ण है, क्योंकि 73 प्रतिशत कंपनियों ने इस पर सहमति जताई कि वे क्लाउड माइग्रेशन संबंधित उद्देश्यों को प्राप्त करेंगी।

First Published : September 7, 2023 | 10:58 PM IST