पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज कहा कि देश में 5,000 कंप्रेस्ड बायो गैस (सीबीजी) इकाइयां स्थापित करने में करीब 2 लाख करोड़ रुपये का निवेश हो सकता है। सरकार की ओर से की गई पहल एसएटीएटी (सस्टेनबल अल्टरनेटिव टुवड्र्स अफोर्डेबल ट्रांसपोर्टेशन) के तहत 900 सीबीजी संयंत्र स्थापित करने के लिए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर के एक कार्यक्रम में मंत्री ने यह कहा। आज पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने जेबीएम समूह, अदाणी गैस, टोरंट गैस और पेट्रोनेट एलएनजी जैसी ऊर्जा कंपनियों के साथ सीबीजी संयंत्र स्थापित करने के लिए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए। मंत्रालय ने सीबीजी क्षेत्र में तकनीक प्रदाताओं इंडियन ऑयल, प्राज इंडस्ट्रीज, सीईआईडी कंसल्टेंट्स और भारत बायोगैस एनर्जी के साथ भी समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिससे इन परियोजनाओं के लिए तकनीक की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके। मंत्री ने कहा, ‘हमने एसएटीएटी के लिए स्पष्ट खाका तैयार किया है। 600 सीबीजी संयंत्रों के लिए आशय पत्र पहले ही जारी किए जा चुके हैं और 900 संयंत्रों के लिए आज एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं।’
