facebookmetapixel
1 महीने में 19% तक मिल सकता है रिटर्न, ब्रोकरेज को इन 3 तगड़े स्टॉक्स पर दिखा ब्रेकआउटPM Kisan Scheme: 21वीं किस्त के लिए किसानों का बेसब्री से इंतजार! जानें किस दिन खाते में आएंगे ₹2000नई तकनीक, नए मॉडल – Ashok Leyland के शेयर में आने वाला है 10% का उछाल! ब्रोकरेज ने दी BUY रेटिंगराजीव जुनेजा बने PHDCCI के नए अध्यक्ष, संजय सिंघानिया को मिली उपाध्यक्ष की कमानFoxconn तमिलनाडु में करेगी ₹15,000 करोड़ का निवेश; 14,000 नई नौकरियों के बनेंगे मौके, AI-आधारित मैन्युफैक्चरिंग पर जोरDiwali Stocks Picks: एक साल में 56% तक रिटर्न! एक्सिस सिक्योरिटीज ने चुने 12 दमदार शेयरमुंबई में जुलाई-सितंबर के दौरान सबसे ज्यादा मकान बिके; ऑफिस किराये में हुआ 11% इजाफाQ2 में बंपर मुनाफा, कमजोर बाजार में भी शेयर 13% भागा Energy Stock; दो साल में दे चुका है 975% रिटर्नबॉलीवुड अभिनेता नील नितिन मुकेश ने अपने पिता के साथ मुंबई में खरीदा अपार्टमेंटGold Investment: आज रख लें 1 किलो सोना, 2040 में खरीद लेंगे प्राइवेट जेट! हर्ष गोयनका के इस पोस्ट की क्यों हो रही चर्चा

वायदा से पाबंदी हटने की उम्मीद बढ़ी

Last Updated- December 07, 2022 | 8:49 PM IST

महंगाई दर के नीचे जाते ही प्रतिबंधित जिंसों के दिन बहुरने की उम्मीदें भी बढ़ गई हैं।


जिंस कारोबार की नियंत्रक वायदा बाजार आयोग ने शुक्रवार को कहा कि महंगाई दर में नरमी आने के मद्देनजर प्रतिबंधित आठ जिंसों के वायदा कारोबार को 30 नवंबर के बाद शुरू किया जा सकता है।

वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) के अध्यक्ष बी. सी. खटुआ का कहना है कि हम सरकार को लिखने जा रहे हैं कि समय सीमा खत्म हो जाने के बाद इन आठ प्रतिबंधित जिंसों के वायदा कारोबार की अनुमति दे दी जाए।

उन्होंने कहा कि यह स्वत: समाप्त होने वाला प्रतिबंध है लिहाजा इसका नवीकरण न किया गया तो यह अपने-आप ही समाप्त हो जाएगा। गौरतलब है कि सरकार ने पिछले साल चावल, गेहूं, तुर और उड़द जबकि इस साल मई में आलू, चना, सोयाबीन और रबर के वायदा कारोबार को प्रतिबंधित कर दिया था। प्रतिबंध लागू करने की वजह इन जिंसों पर यह आरोप होना था कि इनके वायदा कारोबार से ही कीमतों में वृध्दि हो रही है।

खटुआ ने कहा कि सरकार इस बारे में आश्वस्त है कि वायदा कारोबार का महंगाई दर पर कोई प्रभाव नहीं होता। सरकार द्वारा गठित अभिजित सेन समिति ने भी इस कारोबार को लगभग क्लीनचिट दे दी थी। खटुआ ने कहा कि खरीफ फसल तैयार हो जाने और रबी की बुआई शुरू हो जाने के बाद इस प्रतिबंध के हटाए जाने की संभावना है।

यह पूछने पर कि अगर महंगाई दर में कोई खास कमी न हुई तो भी इन प्रतिबंधों को जारी रखा जाएगा, खटुआ ने कहा कि उन्हें 30 नवंबर तक महंगाई दर के दोहरे अंक से नीचे आने की उम्मीद है।

First Published - September 13, 2008 | 12:24 AM IST

संबंधित पोस्ट