अमेरिकी मुद्रास्फीति के प्रमुख आंकड़ों और ओपेक की मासिक रिपोर्ट से पहले कच्चे तेल में तेजी आई। मंगलवार को मामूली बढ़त के बाद ब्रेंट 73 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गया, जबकि वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट 69 डॉलर से ऊपर कारोबार कर रहा था। नवंबर के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आंकड़े (Consumer price index figures) बुधवार को बाद में आने वाले हैं, जो अगले सप्ताह फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) की बैठक से पहले मौद्रिक नीति के लिए आगे के रास्ता तय करने के संकेत देंगे।
इस बीच, बाइडेन प्रशासन रूस के तेल व्यापार पर नए प्रतिबंधों पर विचार कर रहा है, एक ऐसा कदम जो कच्चे तेल के बाजार को और कठिन कर देगा, और कच्चे तेल की कीमतों को बढ़ा सकता है। इस पूरे मामले से जुड़े लोगों के अनुसार, संभावित उपायों पर अभी भी काम किया जा रहा है।
मध्य पूर्व तनाव और वैश्विक स्तर पर अधिकता की उम्मीद के चलते अक्टूबर के मध्य से कच्चे तेल का कारोबार अपेक्षाकृत बहुत narrow range दायरे में हुआ है। हालांकि, अमेरिकी ऊर्जा सूचना प्रशासन ने crude oil surplus के अपने पूर्वानुमान को पलट दिया है और अब अगले साल कुछ घाटा होने का अनुमान लगाया है।
यूबीएस ग्रुप एजी कमोडिटी विश्लेषक जियोवानी स्टॉनोवो ने कहा, “ईआईए की नवीनतम रिपोर्ट कई लोगों को आश्चर्य में डाल रही है, जिसमें साल 2025 में संतुलित तेल कारोबार का पूर्वानुमान है, वहीं कई एक्सपर्ट कच्चे तेल बाजार में अत्यधिक आपूर्ति (strongly oversupplied) की बात कह रहे है।”
पेट्रोलियम निर्यातक देशों का संगठन (OPEC)बुधवार को आपूर्ति और मांग पर अपनी रिपोर्ट जारी करेगा। इसके बाद गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी की ओर से मासिक रिपोर्ट रिलीज जारी की जाएगी। चीन बुधवार को अगले साल की नीतियों की रूपरेखा तैयार करने के लिए अपनी दो दिवसीय वार्षिक आर्थिक कार्य बैठक शुरू करने वाला है, जिसमें शीर्ष नेताओं द्वारा more forceful stimulus के संकेत दिए जा रहे हैं। बैठक में संभवतः 2025 के लिए विकास लक्ष्य निर्धारित करने पर चर्चा होगी, हालांकि विशिष्ट आंकड़े केवल मार्च में विधायिका की बैठक के दौरान घोषित किए जाएंगे।
(ब्लूमबर्ग के इनपुट के साथ)