सोमवार को बेंचमार्क मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ। ईस्टर की छुट्टी के बाद खुले शेयर बाजार में तेजी का रुख रहेगा, इस उम्मीद में मंदड़ियों ने शार्ट कवरिंग की, लेकिन बहुत कम मात्रा में।
निफ्टी मार्च में वायदा खत्म होने और अप्रैल में रॉलओवर होने में तीन दिन ही शेष बचे हैं। बावजूद इसके पिछले माह की तुलना में इस माह वायदा में नरमी देखी गई। पिछले माह जहां 35.8 फीसदी का रॉलओवर हुआ, वहीं इस माह यह गिरकर 27.6 फीसदी तक पहुंच गया।निफ्टी अप्रैल वायदा रॉलओवर में मार्च के वायदा खत्म होने के तीन दिन पहले तक 109 लाख शेयरों का रॉलओवर हुआ, जबकि फरवरी के वायदा खत्म होने के तीन दिन पहले 15.9 लाख शेयरों का रॉलओवर हुआ था।
डेरिवेटिव्स विश्लेषकों का मानना है कि सोमवार को निफ्टी में मार्च का वायदा खत्म होने के तीन दिन पहले और अप्रैल रॉलओवर में प्रीमियम पर कारोबार हुआ। मार्च निफ्टी में 22 प्वांइट प्रीमियम पर रॉलओवर हुआ। निफ्टी अप्रैल वायदा रॉलओवर में 17 प्वाइंट के प्रीमियर पर कारोबार हुआ।
रॉलओवर में गिरावट का मतलब यह है कि डेरिवेटिव्स में कारोबार करने वाले जोखिम उठाने को तैयार नहीं हैं। उधर, मदड़िया पिछले कुछ दिनों के दौरान निफ्टी वायदा में बहुत कम खरीदारी की। इससे वायदा बाजार में तेजी का रुख नहीं आ पाया है। यही वजह रही कि 13 मार्च को 447.8 लाख शेयरों की तुलना में सोमवार को 398.8 लाख शेयरों का कारोबार हुआ।
बाजार के वर्तमान हालत को देखते हुए विदेशी संस्थागत निवेशक भी जोखिम उठाने को तैयार नहीं हैं। 13 मार्च से उन्होंने 1.84 लाख इंडेक्स वायदा सौदे किए है। इससे इंडेक्स फ्यूचर में ओपन इन्ट्रेस्ट 75 हजार सौदे घटकर 9.84 लाख सौदे रह गया है।