facebookmetapixel
2025 में निवेशकों को लगे बड़े झटके, सोना चमका तो मिडकैप-स्मॉलकैप फिसले; 2026 में इससे बचना जरूरी!Year Ender 2025: SIP निवेश ने तोड़ा रिकॉर्ड, पहली बार ₹3 लाख करोड़ के पारMidcap Funds Outlook 2026: रिटर्न घटा, जोखिम बढ़ा; अब मिडकैप फंड्स में निवेश कितना सही?Share Market: लगातार 5वें दिन बाजार में गिरावट, सेंसेक्स-निफ्टी दबाव मेंYear Ender: 42 नए प्रोजेक्ट से रेलवे ने सबसे दुर्गम इलाकों को देश से जोड़ा, चलाई रिकॉर्ड 43,000 स्पेशल ट्रेनें2026 में भारत-पाकिस्तान में फिर होगी झड़प? अमेरिकी थिंक टैंक का दावा: आतंकी गतिविधि बनेगी वजहपर्यटकों को आकर्षित करने की कोशिशों के बावजूद भारत में पर्यटन से होने वाली कमाई इतनी कम क्यों है?क्या IPOs में सचमुच तेजी थी? 2025 में हर 4 में से 1 इश्यू में म्युचुअल फंड्स ने लगाया पैसानया साल, नए नियम: 1 जनवरी से बदल जाएंगे ये कुछ जरूरी नियम, जिसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा!पोर्टफोलियो में हरा रंग भरा ये Paint Stock! मोतीलाल ओसवाल ने कहा – डिमांड में रिकवरी से मिलेगा फायदा, खरीदें

एमसीएक्स मिला रहा है जीएसपीसी से हाथ

Last Updated- December 06, 2022 | 1:01 AM IST

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) में अब कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस का कारोबार भी जल्द शुरू हो सकता है।


दरअसल एमसीएक्स राष्ट्रीय स्तर पर स्पॉट एक्सचेंज बनाने की संभावनाएं तलाश रहा है। इसके लिए एमसीएक्स ने गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (जीएसपीसी) के साथ बातचीत भी शुरू कर दी है।


नये स्थापित होने वाले एक्सचेंज में एमसीएक्स की 51 फीसदी भागीदारी रहेगी। सूत्रों ने बिानेस स्टैंडर्ड को जानकारी दी है कि इसमें जीएसपीसी की तकरीबन 26 फीसदी हिस्सेदारी होगी। बाकी बची हुई हिस्सेदारी कुछ रणनीतिक सहयोगियों को दी जाएगी, इसमें कुछ प्रौद्योगिकी कंपनियां भी हो सकती हैं।


जीएसपीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एमसीएक्स के साथ शुरुआती बातचीत होने की पुष्टि की है। इससे जुड़े हुए सूत्रों का कहना है कि नया एक्सचेंज स्थापित करने में बुनियादी सुविधाओं जैसी कुछ बाधाएं हैं। सूत्रों का कहना है कि प्राकृतिक गैस की डिलिवरी के लिए देश में सुविधाओं की जरूरत है। इसके अलावा एक राष्ट्रीय ग्रिड बनाने की भी जरूरत है।


एमसीएक्स में 2006 से प्राकृतिक गैस के वायदा कारोबार की शुरूआत हो चुकी है। जो भी एमसीएक्स के जरिये तेल और प्राकृतिक गैस के वायदा कारोबार से जुड़े रहे हैं, उनको स्पॉट एक्सचेंज की जरूरत काफी समय से महसूस हो रही है। एमसीएक्स के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि जो कंपनियां एमसीएक्स के जरिये तेल और गैस के कारोबार से जुड़ी हैं, उन्होंने कई बार जीएसपीसी से इस मामले में बातचीत भी की है।


इस प्रस्तावित एक्सचेंज में एलएनजी और सीएनजी के कारोबार को भी शामिल किया जाएगा। जीएसपीसी प्राकृतिक गैस ईंधन के तौर पर प्राकृ तिक गैस का अधिक से अधिक उपयोग कर रही है। जीएसपीसी के दीनदयाल क्षेत्र के विकास के लिए कंपनी पब्लिक ऑफर लाने जा रही है।

First Published - April 30, 2008 | 11:38 PM IST

संबंधित पोस्ट