सितंबर में यात्री वाहनों (पीवी) की थोक बिक्री मामूली रूप से घटकर 355,000 से 360,000 वाहनों के बीच रही जबकि पिछले वर्ष सितंबर में यह संख्या 364,198 थी। सितंबर में गणेश चतुर्थी और देश के कुछ हिस्सों में ओणम के साथ त्योहारी सीजन की शुरुआत हो गई। हालांकि 17 सितंबर से श्राद्ध (अशुभ समझी जाने वाली अवधि) की भी शुरुआत हो गई जिससे वाहनों की खुदरा मांग पर असर पड़ा।
कंपनियों का कहना है कि वे डीलरों के यहां रिटेल बिक्री की मांग को ध्यान में रखते हुए अपनी थोक बिक्री रणनीति में बदलाव कर रही हैं। मारुति सुजूकी, टाटा मोटर्स और ह्युंडै मोटर इंडिया को छोड़कर कई वाहन ओईएम ने थोक बिक्री में वृद्धि दर्ज की। मारुति सुजूकी पीवी की घरेलू थोक बिक्री सितंबर में 3.8 प्रतिशत घटकर 144,962 वाहन रह गई। वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में कंपनी की घरेलू पीवी बिक्री 3.2 प्रतिशत घटकर 844,614 वाहन रह गई।
मारुति सुजूकी के वरिष्ठ कार्याधिकारी (विपणन एवं बिक्री) पार्थ बनर्जी ने कहा कि कंपनी अपनी थोक बिक्री में बदलाव ला रही है और इसे खुदरा मांग के अनुरूप बना रही है। बनर्जी ने कहा कि श्राद्ध अवधि (जो 17 सितंबर से शुरू हुई और 3 अक्टूबर को समाप्त हो रही है) के पहले 14 दिनों में पूछताछ की संख्या 6 प्रतिशत तक और बुकिंग 5 प्रतिशत तक बढ़ी है। उन्होंने कहा कि अच्छे मॉनसून के बाद ग्रामीण मांग सुधरी है।
वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में ग्रामीण बिक्री 8.4 प्रतिशत तक बढ़ी। मारुति ने सितंबर में 53,431 सीएनजी वाहन बेचे। इससे उसके पोर्टफोलियो में सीएनजी पैठ बढ़कर 34 प्रतिशत हो गई। बाजार में मारुति की मौजूदा समय में एक महीने की इन्वेंट्री है।
टाटा मोटर्स की यात्री वाहनों की थोक बिक्री 8 प्रतिशत घटकर 41063 वाहन रह गई। कंपनी की बिक्री ईवी में गिरावट से प्रभावित हुई। टाटा मोटर्स की वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही की बिक्री 3.6 प्रतिशत तक घटकर 268,034 वाहन रह गई। टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड और टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के प्रबंध निदेशक शैलेश चंद्रा ने बताया कि प्रमुख राज्यों में पंजीकरण की समाप्ति और रोड टैक्स माफी के कारण निजी उपयोग के लिए ईवी की बिक्री प्रभावित हुई है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने 5 जुलाई को स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड कारों पर पंजीकरण कर हटा दिया था। इसके बाद से इनकी मासिक बिक्री दोगुनी से ज्यादा हो गई। इसके विपरीत उत्तर प्रदेश में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री अपेक्षाकृत अपरिवर्तित बनी रही।
चंद्रा ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में यात्री वाहन उद्योग ने रिटेल बिक्री में वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही के मुकाबले 5 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट दर्ज की। कमजोर उपभोक्ता मांग और मौसम संबंधित कारकों की वजह से रिटेल बिक्री पर दबाव देखा गया। इसके विपरीत उद्योग का उठाव त्योहारी सीजन की दमदार शुरुआत की उम्मीद में पंजीकरण की तुलना में
बेहतर रहा।’
सितंबर में महिंद्रा ऐंड महिंद्रा की थोक बिक्री 24 प्रतिशत बढ़कर 51062 वाहन हो गई। किया इंडिया ने सितंबर में 23,523 वाहन बेचे जो 17 प्रतिशत की वृद्धि है।