लेखक : सुब्रत पांडा

आज का अखबार, बीमा, भारत, वित्त-बीमा

दिसंबर तक ‘बीमा सुगम’ लाने की तैयारी में नियामक, एक ही प्लेटफॉर्म पर खरीदें और पॉलिसियों की तुलना करें

बीमा नियामक की एमेजॉन की तरह बीमा पॉलिसियों को खरीदने, बेचने और बीमा संबंधी सेवाओं को एक ही जगह मुहैया कराने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाने की महत्त्वाकांक्षी परियोजना ‘बीमा सुगम’ का पहला चरण दिसंबर में शुरू हो सकता है। घटनाक्रम से अवगत लोगों ने इसकी जानकारी दी। बीमा सुगम को पहले साल के मध्य […]

आज का अखबार, बैंक

SBI चेयरमैन बोले: कंपनियां अपनी नकदी से कर रहीं निवेश जरूरतें पूरी, कॉरपोरेट कर्ज घटा

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के चेयरमैन सीएस शेट्टी ने कहा कि भारतीय कंपनी जगत 13.5 लाख करोड़ रुपये की नकदी के ढेर पर बैठा है और उसका उपयोग पूंजीगत खर्च के साथ-साथ कारोबार के विस्तार पर कर रहा है। इसकी वजह से ही बैंक ऋण की मांग कमजोर है। शेट्टी ने कहा कि कॉरपोरेट ऋण […]

आज का अखबार, फिनटेक, बैंक, वित्त-बीमा

‘यूपीआई को सेवाएं देने पर पैसा नहीं मिलता’: एमडी व सीईओ, ऐक्सिस बैंक

देश की एकीकृत भुगतान प्रणाली (यूपीआई) के खुदरा डिजिटल भुगतान को सुरक्षा मुहैया कराने के बावजूद बैंक इन लेन देन का निपटान करने से कुछ भी नहीं कमा रहे हैं। यह बैंकों की आय की तुलना में लागत तेजी से बढ़ने के प्रमुख कारणों से में एक है। यह जानकारी ऐक्सिस बैंक के एमडी व […]

आज का अखबार, वित्त-बीमा

बैंक कर्ज से दूरी बना रही कंपनियां, इक्विटी और बॉन्ड बाजार से रिकॉर्ड स्तर पर जुटा रही हैं धनराशि

भारत की कंपनियां बैंक के कर्ज से दूरी बना रही हैं। इसकी जगह वे इक्विटी और बॉन्ड बाजार जैसे वैकल्पिक स्रोतों की ओर तेजी से बढ़ रही हैं।  कंपनियों की बैलेंस शीट में कर्ज घटा है,जिससे बेहतर मूल्यांकन पर इक्विटी जुटाने की उनकी क्षमता सुधारी है। इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में […]

आज का अखबार, बीमा, वित्त-बीमा

जीवन बीमा कंपनियां का पार या पार्टिसिपेटिंग पॉलिसी की ओर रुख

जीवन बीमा कंपनियां बाजार में उठापटक, घटती ब्याज दर और नॉन-पार्टिसिपेटिंग बीमा पॉलिसी में कीमतों की होड़ के बीच अपने बही खातों में जोखिम कम करने के लिए पार या पार्टिसिपेटिंग पॉलिसी का रुख कर रही हैं। कई बीमा कंपनियों ने अपने पोर्टफोलियो में बदलाव किया है और अरसे तक यूलिप एवं कमाई तथा मार्जिन […]

आपका पैसा, बैंक, वित्त-बीमा

ICICI Bank का यू-टर्न, ₹50,000 नहीं अब सेविंग अकाउंट में रखने होंगे मिनिमम इतने रुपये

देश के दूसरे सबसे बड़े प्राइवेट बैंक आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) ने मेट्रो और शहरी क्षेत्रों में नए सेविंग अकाउंट के लिए न्यूनतम औसत बैलेंस (MAB) को 50,000 रुपये करने के फैसले को वापस ले लिया है। अब संशोधित न्यूनतम औसत बैलेंस 15,000 रुपये कर दिया गया है, जो 1 अगस्त से लागू है। इसके […]

आज का अखबार, बीमा

LIC ने पॉलिसी बिक्री में दो अंकों की बढ़ोतरी का लक्ष्य रखा, CEO ने बताई भविष्य की रणनीति

भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के प्रबंध निदेशक और सीईओ आर दुरईस्वामी ने भविष्य की योजनाओं सहित अन्य अहम विषयों पर मनोजित साहा, आतिरा वॉरियर और सुब्रत पांडा से बात की। प्रमुख अंशः एलआईसी को लेकर आपकी क्या योजना है? हम सभी मानकों पर विकास और बेहतर कारोबार करने पर ध्यान दे रहे हैं। कुछ […]

आज का अखबार, वित्त-बीमा

LIC के आने से बढ़ेगी लॉन्ग टर्म सरकारी सिक्योरिटीज की मांग

सरकारी कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने घरेलू और विदेशी दोनों ऋणदाताओं सहित 10 प्रमुख बैंकों के साथ समझौता करके फॉरवर्ड रेट एग्रीमेंट्स (एफआरए) बाजार में प्रवेश किया है। बाजार सहभागियों ने कहा कि एलआईसी के बॉन्ड एफआरए सेग्मेंट में प्रवेश से लॉन्ग टर्म सरकारी सिक्योरिटीज की मांग में तेजी आने की संभावना है, […]

आज का अखबार, आपका पैसा, ताजा खबरें

ब्याज कम होने से लग रहा बाजार में पैसा, बैंक में जमा धन बाजार में जाने से चिंता नहीं

भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा को परिवारों की बचत का धन बैंक से निकलकर शेयर बाजार में जाने पर किसी तरह की चिंता नहीं है। उनकी राय में पारिवारिक बचत का पैसा शेयरों में निवेश होना अच्छी बात है। जब मल्होत्रा से पूछा गया कि जमा पर ब्याज दरें घटने से परिवारों की […]

आज का अखबार, बैंक, बॉन्ड, वित्त-बीमा, समाचार

RBI बनाए रखेगा बैंकिंग सिस्टम में पर्याप्त नकदी; करेंसी, बॉन्ड और डेट मार्केट पर दिखा ब्याज दरों में कटौती का असर

भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बुधवार को कहा कि नियामक ने विभिन्न हस्तक्षेप करके बैंकिंग व्यवस्था में पर्याप्त नकदी बनाए रखी है, जिसकी वजह से मौद्रिक नीति समिति द्वारा नीतिगत दरों में की गई कटौती का मुद्रा, बॉन्ड और ऋण बाजार पर बेहतर असर पड़ा है। मल्होत्रा ने आश्वस्त किया कि रिजर्व […]