लेखक : ध्रुवाक्ष साहा

अर्थव्यवस्था

महाराष्ट्र में 76,000 करोड़ रुपये के Vadhavan Port प्रोजेक्ट को Modi कैबिनेट ने दी मंजूरी

केंद्रीय कैबिनेट ने अपनी दूसरी बैठक में बुधवार को महाराष्ट्र में 76,220 करोड़ रुपये की वधावन बंदरगाह परियोजना (Vadhavan Port project) को मंजूरी दे दी। यह फैसला महीनों के विचार-विमर्श के बाद लिया गया है। यह भारत में सबसे बड़ी बंदरगाह परियोजनाओं में से एक होगी और आगामी भारत-मध्य पूर्व-यूरोप कॉरिडोर (IMEC) और अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण […]

आज का अखबार, उद्योग

Infrastructure sectors: बुनियादी ढांचा क्षेत्र में 15 लाख करोड़ रुपये होगा निवेश

रियल एस्टेट, नवीकरणीय ऊर्जा और सड़क जैसे भारत के प्रमुख बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में अगले दो वित्त वर्षों में 15 लाख करोड़ रुपये का निवेश होने की संभावना है। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल रेटिंग्स ने मंगलवार को यह जानकारी दी। यह निवेश पिछले दो वर्षों में हुए निवेश के मुकाबले 38 फीसदी अधिक होगा। रेटिंग एजेंसी […]

आज का अखबार, भारत

Kanchanjunga Express Train Accident: कंचनजंगा को मालगाड़ी ने मारी टक्कर, 9 मरे 41 घायल

Kanchanjunga Express Train Accident: पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी के पास सोमवार तड़के एक मालगाड़ी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी जिसमें ट्रेन के लोको पायलट सहित कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई और 41 लोग घायल हो गए। रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी जया वर्मा […]

अंतरराष्ट्रीय, आज का अखबार, उद्योग

लाल सागर संकट, समुद्री माल भाड़े में इजाफे से जूझ रहे भारतीय व्यापारी

भारतीय व्यापारी लाल सागर संकट और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के प्रमुख बंदरगाहों पर भीड़भाड़ के कारण बढ़ती समुद्री माल ढुलाई दरों के प्रभाव से जूझ रहे हैं। इससे बीते कुछ महीनों के दौरान कंटेनर के दाम आसमान छूने लगे हैं। द ड्रयूरी वर्ल्ड कंटेनर इंडेक्स (डब्ल्यूसीआई) के अनुसार इस सप्ताह 40 फुट प्रति कंटेनर का […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

रेल और राजमार्ग मंत्रालय: बुनियादी ढांचे में पूंजीगत व्यय जारी रखने की जरूरत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में गठबंधन सरकार होने के कारण मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों के लिहाज से अहम माने जाने वाले बुनियादी ढांचे का काम संभालने वाले मंत्रियों के प्राथमिकताओं में बदलाव आ सकता है। हालांकि जानकारों को मानना है कि पूंजीगत व्यय पर जोर जारी रहेगा तथा प्राथमिकताओं में सेक्टर के […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

Rail coal freight: मई में बढ़ी कोयले की ढुलाई

मई में उत्तर भारत में तपिश रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के साथ रेलवे ने पिछले साल की तुलना में मात्रा के हिसाब से कोयले की 9.3 प्रतिशत अतिरिक्त ढुलाई की है। वहीं सरकार के आंकड़ों के मुताबिक रेल नेटवर्क से ढुलाई की कुल मात्रा में पिछले महीने की तुलना में 3.9 प्रतिशत बढ़ी है। एक […]

अर्थव्यवस्था, उद्योग, भारत

बंदरगाहों में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप बढ़ाकर 80 फीसदी करने का लक्ष्य, केंद्र ने नीति आयोग को सौंपा प्रस्ताव

बंदरगाहों में सार्वजनिक-निजी साझेदारी (पीपीपी) की हिस्सेदारी बढ़ाकर 80 फीसदी करने के उद्देश्य से सरकार वित्त वर्ष 2024-25 में 10,000 करोड़ रुपये मूल्य की संप​त्तियों का मुद्रीकरण (port monetisation) करने की संभावना तलाशेगी। घटनाक्रम से अवगत कई सूत्रों ने इसकी जानकारी दी। एक वरिष्ठ सरकारी अ​धिकारी ने कहा कि  पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

Road Transport: सड़क मार्ग से ढुलाई करने वालों का राजस्व 9-11% बढ़ सकता है, घरेलू मांग में सुधार

सुस्त निर्यात के बावजूद सड़क मार्ग से ढुलाई करने वाले फ्लीट ऑपरेटरों का राजस्व वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान 9 से 11 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल रेटिंग्स ने कहा कि बेहतर घरेलू मांग के कारण इसे समर्थन मिला है। रेटिंग एजेंसी ने गुरुवार को कहा, ‘ऑपरेटरों की ओर से कर्ज की […]

आज का अखबार, कंपनियां

Wabtec ने भारत से निर्यात 10 गुना बढ़ाने का लक्ष्य रखा, रोहतक में नई इकाई का उद्घाटन

बहुराष्ट्रीय रेल निर्माता वेबटेक कॉरपोरेशन तीन साल में भारत से अपने निर्यात में 10 गुना इजाफा करना चाहती है। कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को यहां यह जानकारी दी। कंपनी ने भारत में मौजूदगी बढ़ाने के लिए रोहतक में अपनी नई निर्माण इकाई को हरी झंडी दिखाई। कंपनी के ट्रांजिट व्यवसाय वैश्विक अध्यक्ष पास्कल […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, समाचार

नीति आयोग के प्रमुख ने की सीमा शुल्क नियमों में सुधार की वकालत

नीति आयोग के मुख्य कार्याधिकारी और पूर्व वाणिज्य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम ने शुक्रवार को भारत की शुल्क नीति में सुधारों की अपील की। उन्होंने शुल्क कम करने के साथ प्रक्रियाओं को आसान बनाने की वकालत की है, जिससे कि इसे अर्थपूर्ण तरीके से वैश्विक मूल्य श्रृंखला (जीवीसी) में शामिल किया जा सके। भारतीय उद्योग परिसंघ […]