Asian Para Games 2023: भारतीय पैरा खिलाड़ियों ने शनिवार को इतिहास रचकर हांगझोउ पैरा एशियाई खेलों में अपने अभियान का अंत 111 पदक जीतकर किया जो किसी भी बड़े अंतरराष्ट्रीय बहु खेल टूर्नामेंट में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
भारतीय पैरा खिलाड़ियों ने 29 गोल्ड, 31 सिल्वर और 51 ब्रॉन्ज मेडल जीते। इससे पहले 23 सितंबर से आठ अक्टूबर तक हुए हांगझोउ एशियाई खेलों में भारत ने 107 पदक जीते थे। भारत पदक तालिका में पांचवें स्थान पर रहा। चीन ने 521 पदक (214 गोल्ड, 167 सिल्वर और 140 ब्रॉन्ज) जीते जबकि ईरान ने 131 (44 गोल्ड, 46 सिल्वर और 41 ब्रॉन्ज) अपने नाम किये। जापान तीसरे और कोरिया चौथे स्थान पर रहा।
पहले पैरा एशियाई खेल 2010 में ग्वांग्झू में हुए थे जिसमें भारत 14 पदक जीतकर 15वें स्थान पर रहा था। इसके बाद 2014 में भारत 15वें और 2018 में नौवे स्थान पर रहा। भारत ने 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में पहली बार 100 से अधिक (101) पदक जीते थे।
भारतीय पैरालम्पिक समिति की अध्यक्ष दीपा मलिक ने कहा, ‘‘हमने इतिहास रच दिया। हमारे पैरा एथलीटों ने देश को गौरवान्वित किया है। अब पेरिस पैरालम्पिक में तोक्यो से अधिक पदक जीतेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम इस प्रदर्शन से हैरान नहीं है। हमें 110 से 115 के बीच पदक मिलने की उम्मीद थी और 111 शुभ आंकड़ा है।’’
भारतीय खिलाड़ियों ने सर्वाधिक 55 पदक एथलेटिक्स में पाये जबकि बैडमिंटन खिलाड़ियों ने चार गोल्ड समेत 21 पदक जीते। शतरंज में आठ और तीरंदाजी में सात पदक मिले जबकि निशानेबाजों ने छह पदक जीते। आखिरी दिन शनिवार को भारत ने चार गोल्ड समेत 12 पदक जीते। इनमें से सात पदक शतरंज में, चार एथलेटिक्स में और एक नौकायन में मिला।
पुरूषों की भालाफेंक एफ55 स्पर्धा में नीरज यादव ने 33 . 69 मीटर के साथ गोल्ड मेडल जीता। टेक चंद को ब्रॉन्ज मेडल मिला। पुरूषों की 400 मीटर टी47 दौड़ में दिलीप महादु गावियोत को गोल्ड मेडल मिला। वहीं महिलाओं की 1500 मीटर टी20 दौड़ में पूजा ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया।
नाशिक के 20 वर्ष के दिलीप ने चार साल की उम्र में दाहिना हाथ गंवा दिया था। उनके कोवच वाजीनाथ काले ने अंतर विद्यालयीन स्पर्धाओं में उनकी प्रतिभा को पहचाना। उन्होंने इस साल विश्व पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में चौथा स्थान हासिल करके पेरिस पैरालम्पिक का कोटा पाया।
शतरंज में पुरूषों के व्यक्तिगत रैपिड वी1बी1 वर्ग में सतीश दर्पण ने गोल्ड, प्रधान कुमार सौंदर्या ने सिल्वर और अश्विनभाई मकवाना ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। तीनों ने टीम वर्ग का गोल्ड भी भारत की झोली में डाला। किशन गंगोली ने पुरूषों की व्यक्तिगत रैपिड वी1 बी2 बी3 स्पर्धा में ब्रॉन्ज जीता । गंगोली, सोमेंद्र ओर आर्यन जोशी ने टीम वर्ग में ब्रॉन्ज हासिल किया। महिला रैपिड वर्ग में वृत्ति जैन, हिमांशी राठी और संस्कृति मोरे को ब्रॉन्ज मेडल मिला। नौकायन में पीआर3 मिश्रित डबल स्कल में अनिता और के नारायणा ने सिल्वर मेडल जीता।