टेक महिंद्रा का शुद्ध लाभ दूसरी तिमाही में एक साल पहले की तुलना में 4.5 प्रतिशत घटकर 1,195 करोड़ रुपये रह गया। हालांकि, यह तिमाही आधार पर 1,141 करोड़ रुपये से थोड़ा ज्यादा है। पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी को तेलंगाना में भूखंड की बिक्री से 450 करोड़ रुपये का एकमुश्त असाधारण लाभ हुआ था।
निर्माण और बैंकिंग वित्तीय सेवाओं एवं बीमा (बीएफएसआई) कारोबार की बदौलत राजस्व 5.1 प्रतिशत बढ़कर 13,995 करोड़ रुपये हो गया। दोनों क्षेत्रों (जिनका राजस्व में योगदान 18.1 प्रतिशत और 16.8 प्रतिशत था) में 5.2 प्रतिशत और 6.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी मोहित जोशी ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘पिछला वर्ष उद्योग के सबसे कठिन दौर में से एक रहा है और विवेकाधीन खर्च सीमित हो गया है, अधिकांश परियोजनाएं एकीकरण और लागत नियंत्रण से जुड़ी हैं।’ कंपनी के दूरसंचार व्यवसाय में 2.2 प्रतिशत कमजोरी आई। कंपनी के वाहन व्यवसाय में मंदी दिख रही है। वाणिज्यिक वाहनों पर वह अभी भी सतर्क है, जबकि यात्री कार व्यवसाय में स्थिरता के कुछ संकेत दिख रहे हैं।
पुणे की डिजिटल इंजीनियरिंग कंपनी पर्सिस्टेंट सिस्टम्स ने मंगलवार को इस साल जुलाई-सितंबर तिमाही के वित्तीय नतीजे जारी किए। समीक्षाधीन अवधि में कंपनी का शुद्ध लाभ में 471.4 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले के मुकाबले 45 फीसदी अधिक है। कंपनी का प्रदर्शन विश्लेषकों के अनुमान से भी अधिक रहा है।
समीक्षाधीन अवधि में ब्याज और करों से पहले की कमाई या परिचालन लाभ एक साल पहले के मुकाबले 43.7 फीसदी बढ़कर 583.7 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी के मुख्य कार्य अधिकारी और कार्यकारी निदेशक संदीप कालरा ने कहा, ‘यह प्रदर्शन हमारे ग्राहकों के निरंतर विश्वास से प्रेरित है और प्रभावशाली परिवर्तन और निष्पादन उत्कृष्टता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।’
आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस ने मंगलवार को बताया कि वित्त वर्ष 26 की जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान शुद्ध लाभ पिछले साल की तुलना में 18 प्रतिशत बढ़कर 819.54 करोड़ रुपये हो गया, जबकि यह वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में यह 693.95 करोड़ रुपये था। कुल आय में अच्छी वृद्धि की बदौलत यह वृद्धि हुई है।
हालांकि कुल आय सालाना आधार पर 12.5 प्रतिशत तक बढ़कर 6,582.7 करोड़ रुपये हो गई, लेकिन बीमाकर्ता की सकल प्रत्यक्ष प्रीमियम आय (जीडीपीआई) वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही के 6,721 करोड़ रुपये की तुलना में 1.9 प्रतिशत घटकर 6,596 करोड़ रुपये रह गई। कंपनी के अनुसार फसल और जन स्वास्थ्य को छोड़कर जीडीपीआई में 3.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस ने वित्त वर्ष 26 की जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान शुद्ध लाभ में सालाना आधार पर 19 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की और यह बढ़कर 299.26 करोड़ रुपये हो गई, जबकि वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में यह 251.72 करोड़ रुपये थी। प्रीमियम में अच्छी वृद्धि और खर्चों में कमी के कारण यह वृद्धि हुई। जीवन बीमा कंपनी की शुद्ध प्रीमियम आय 11,843 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल के मुकाबले 10.12 प्रतिशत अधिक है। अलबत्ता वार्षिक प्रीमियम समतुल्य (एपीई) पिछले साल के मुकाबले 3.27 प्रतिशत घटकर 2,422 करोड़ रुपये रह गया।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी अनूप बागची के अनुसार व्यक्तिगत जीवन बीमा पॉलिसियों में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में हालिया संशोधन के बाद खुदरा सुरक्षा श्रेणी पर स्पष्ट प्रभाव पड़ा है।