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विश्व की चौथी सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी बनी LIC

दुनिया की शीर्ष 50 जीवन बीमा कंपनियों की सूची में 21 कंपनियों के साथ यूरोप का दबदबा है। अगर सिर्फ देश की बात करें तो सबसे अधिक जीवन बीमा कंपनियां अमेरिका में हैं।

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आतिरा वारियर   
Last Updated- December 05, 2023 | 10:42 PM IST

एसऐंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस की रैंकिंग में भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) दुनिया की चौथी सबसे बड़ी बीमा कंपनी बनी है। यह रैंकिंग साल 2022 में कंपनियों की जीवन और दुर्घटना एवं स्वास्थ्य बीमा के नकदी भंडार पर आधारित है। देश की इस सरकारी बीमाकर्ता की तुलना में आलियांज एसई, चाइना लाइफ इंश्योरेंस कंपनी और निप्पॉन लाइफ इंश्योरेंस कंपनी आगे है।

एलआईसी का नकदी भंडार 503.07 अरब डॉलर रहा। वहीं आलियांज एसई का नकदी भंडार 750.20 अरब डॉलर, चाइना लाइफ इंश्योरेंस कंपनी का नकदी भंडार 616.90 अरब डॉलर और निप्पॉन लाइफ इंश्योरेंस कंपनी का नकदी भंडार 536.80 अरब डॉलर था। एलआईसी और निप्पॉन लाइफ इंश्योरेंस कंपनी का नकदी भंडार वित्त वर्ष 2023 (अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक) का था।

शीर्ष 50 जीवन बीमा कंपनियों की सूची में यूरोप का दबदबा

दुनिया की शीर्ष 50 जीवन बीमा कंपनियों की सूची में 21 कंपनियों के साथ यूरोप का दबदबा है। अगर सिर्फ देश की बात करें तो सबसे अधिक जीवन बीमा कंपनियां अमेरिका में हैं। वहां आठ बीमा कंपनियों का मुख्यालय है। इसके बाद ब्रिटेन सात कंपनियों के साथ दूसरे स्थान पर है।

यूरोपीय देशों की तरह शीर्ष 50 एशियाई कंपनियों में दुनिया की 17 कंपनियां जीवन बीमा का हिस्सा थीं। मेनलैंड चाइना और जापान पांच बीमा कंपनियों के मुख्यालय के साथ सूची में शीर्ष पर है। उत्तरी अमेरिका 12वें स्थान पर है, जिनमें 8 कंपनियां अमेरिका, दो कनाडा और दो बरमूडा में हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि जीवन बीमा उद्योग के लिए एक बड़ी चिंता इस बात की है कि एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक बड़े पैमाने पर धन के हस्तांतरण को अपनाने में दिक्कतें हैं।

कैपजेमिनाई में लाइफ, एन्युटीज और बेनिफिट सेक्टर की ग्लोबल लीडर सामंथा चौ ने कहा, ‘दुनिया में ऐसा कोई भी देश नहीं है जहां धन हस्तांतरण का अनुभव न हो रहा हो। जीवन बीमा उद्योग अभी इस चुनौती से निपटने के लिए तैयार नहीं है क्योंकि उसके पास सही उत्पादों और प्रौद्योगिकी की कमी है।’

इसके अलावा वैश्विक महामारी कोविड-19 के बाद बीमा के प्रति लोगों की धारणा बदली है और अब लोग उसे स्वीकार भी करने लगे हैं।

First Published : December 5, 2023 | 9:54 PM IST