एमेजॉन प्राइम (Amazon Prime) के प्रमुख जमील गनी का कहना है कि भारत एमेजॉन प्राइम के लिए शीर्ष भौगोलिक क्षेत्र के रूप में अग्रणी है क्योंकि ई-कॉमर्स क्षेत्र की दिग्गज अपने संकलन और सुविधाओं का विस्तार जारी रखे हुए है। अपनी भारत यात्रा के दौरान गनी ने पीरजादा अबरार के साथ बातचीत में कहा कि कंपनी डिलिवरी की रफ्तार में सुधार करने के लिए बुनियादी ढांचे और अंतिम-छोर की क्षमताओं में निवेश कर रही है। संपादित अंश:
आप और आपकी टीम वैश्विक स्तर पर और भारत में किस नवाचार पर दांव लगा रही है?
भारत में जमीनी स्तर पर नवाचार हो रहा है। यह भारतीय उपभोक्ताओं के लिए है, लेकिन वैश्विक प्रभाव के साथ। साल 2005 में प्राइम (भुगतान वाली सदस्यता सेवा) की शुरुआत अमेरिका में की गई थी। एमेजॉन ने 10 लाख आइटम की पेशकश की, जो दो दिन में उपलब्ध थे। यह उन उपभोक्ताओं और विश्लेषकों के लिए हैरानी वाली बात थी, जिन्होंने सोचा था कि इससे कंपनी दिवालिया हो जाएगी।
भारत में हमारे पास देश के सबसे बड़े शहरों में एक ही दिन में दस लाख से अधिक आइटम उपलब्ध हैं। 40 लाख से ज्यादा आइटम अगले दिन उपलब्ध हो जाते हैं। हम भारतीय उपभोक्ताओं को उतने ज्यादा संकलन तथा रफ्तार प्रदान करने के लिए आवश्यक सभी परिचालनों और प्रौद्योगिकी में लगातार नवाचार कर रहे हैं। हम अपने सामग्री निवेश पर भी जोर दे रहे हैं।
आपकी पूरी रणनीति में भारत कहां सटीक बैठता है?
भारत में हमारे सदस्य अब विभिन्न श्रेणियों में अपनी आवश्यकताओं के लिए समाधानों की विस्तृत श्रृंखला का लाभ उठाते हैं। जो परिणाम मिला, वह काफी सुखद रहा। हमारी सदस्यता भागीदारी और नवीनकरण के लिहाज से भारत शीर्ष भौगोलिक क्षेत्र के रूप में अग्रणी है। यह उस मूल्य के कारण है, जिसकी हमारी सदस्य उम्मीद कर रहे हैं। यह सब मिलकर (भारत को) उन 24 देशों की सूची में सबसे ऊपर रखता है, जिन पर मैं अपना समय व्यतीत करता हूं। भारत काफी बड़ी गतिशील अर्थव्यवस्था है।
ऐसी बड़ी आबादी है, जो काफी तेजी से बदल रही है और विकसित हो रही है। हम उसमें भाग लेना चाहते हैं और भारतीय उपभोक्ताओं की मदद करना चाहते हैं। लेकिन यह हमें वैश्विक उपभोक्ताओं के लिए आविष्कार के लिए भी प्रेरित करता है।
तेज डिलिवरी के साथ-साथ क्षेत्रीयकरण के प्रयासों से संबंधित आपकी भारत की रणनीति क्या है?
कोई नहीं चाहेगा कि चीजें धीरे-धीरे या सटीकता के बिना पहुंचे। हम भारत में वर्षों से निवेश कर रहे हैं। इसमें शहरों में बड़े आपूर्ति केंद्र, वितरण और डिलिवरी स्टेशन तथा अंतिम-छोर वाली क्षमताएं शामिल हैं। यह हमें उस स्तर पर लाता है, जहां अब हमारे पास भारत में एक ही दिन में दस लाख से अधिक आइटम उपलब्ध होते हैं और अगले दिन 40 लाख से अधिक वस्तुएं उपलब्ध होती हैं। विभिन्न राज्यों में भौगोलिक वितरण और विभिन्न बुनियादी ढांचे के मद्देनजर, यह बात सही लगती है कि उत्पादों को यथासंभव अपने ग्राहकों के करीब रखें।
क्या आपको लगता है कि एमेजॉन भविष्य में भारत में क्विक कॉमर्स सेवा लेकर आ सकती है?
मुझे भविष्य की अपनी योजनाओं के बारे में कुछ नहीं कहना है, लेकिन हमारा मानना है कि ग्राहकों को तीव्र रफ्तार से उपलब्ध और विश्वसनीय रूप से वितरित की जाने वाली चयन की विस्तृत श्रृंखला की जरूरत है। हम उस दिशा में निवेश कर रहे हैं और हम ऐसा करना जारी रखेंगे।
भारतीय बाजार से क्या सीख मिली?
भारत में स्थानीय और पसंद के अनुसार प्राइम की विशिष्ट अभिव्यक्ति ने हमें काफी कुछ सिखाया है। हम (भारत) से ऐसे सबक लेते हैं और जहां भी संभव हो हम उन्हें लागू करते हैं, जैसे हम वैश्विक स्तर पर भी सबक लेते हैं और हम उन्हें यहां भी लाते हैं।