आज का अखबार

दोपहिया वाहनों का निर्यात घटा, चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में आई 20 प्रतिशत की कमी

इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में दोपहिया वाहनों की घरेलू बिक्री पिछले साल के मुकाबले 4.1 प्रतिशत तक बढ़कर 87 लाख वाहन हो गई।

Published by
दीपक पटेल   
Last Updated- October 16, 2023 | 9:43 PM IST

चुनौतीपूर्ण भू-राजनीतिक स्थिति तथा दक्षिण एशिया जैसे प्रमुख बाजारों में विदेशी मुद्रा संकट के कारण वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में भारत से दोपहिया वाहनों का निर्यात (Two wheelers Export) पिछले साल के मुकाबले 20 प्रतिशत तक कम होकर 16.9 लाख वाहन रह गया है। उद्योग के संगठन सायम (SIAM) ने सोमवार को यह जानकारी दी।

यात्री वाहनों का निर्यात बढ़ा

सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान बताया कि दूसरी तरफ वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में यात्री वाहनों का निर्यात पांच प्रतिशत बढ़कर 3,36,754 वाहन हो गया। दुनिया भर के प्रमुख बाजारों में काफी विविधता होने की वजह से ऐसा हुआ है।

फरवरी 2022 में शुरू हुए रूस-यूक्रेन युद्ध से ईंधन की वैश्विक कीमतों में काफी अस्थिरता आई है। इसके परिणामस्वरूप विकासशील अर्थव्यवस्थाएं, जो पहले से ही महामारी से उपजी मंदी के कारण संघर्ष कर रही थीं, गंभीर रूप से प्रभावित हुई हैं।

यूटिलिटी वाहनों की अधिक मांग के कारण वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में यात्री वाहनों की घरेलू बिक्री पिछले साल की तुलना में 6.9 प्रतिशत तक बढ़कर 20.7 लाख हो गई।

दोपहिया वाहनों की घरेलू बिक्री में इजाफा

सायम के आंकड़ों के अनुसार, इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में दोपहिया वाहनों की घरेलू बिक्री पिछले साल के मुकाबले 4.1 प्रतिशत तक बढ़कर 87 लाख वाहन हो गई।

अग्रवाल ने कहा कि अगर आप दोपहिया वाहनों के निर्यात पर नजर डालें, तो पता चलता है कि इसकी मुख्य वजह कुछ देशों में विदेशी मुद्रा से संबंधित दिक्कतें और भू-राजनीतिक स्थिति। इसलिए इनमें से कुछ बाजारों में मांग में सुस्ती आ रही है।

बजाज ऑटो ने अपने दोपहिया वाहन निर्यात में पिछले साल के मुकाबले 22.3 प्रतिशत की खासी गिरावट देखी और वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही के दौरान कुल संख्या 7,22,662 रह गई।

बजाज ऑटो का लगभग 90 प्रतिशत निर्यात अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और दक्षिण एशिया के देशों को होता है, जिनमें से कई देश आर्थिक चुनौतियों और विदेशी मुद्रा संकट से जूझ रहे हैं। इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में टीवीएस मोटर का दोपहिया निर्यात पिछले साल की तुलना में 20.4 प्रतिशत तक घटकर 4,36,033 वाहन रह गया।

अग्रवाल ने कहा कि हमें इस बात की काफी उम्मीद है कि स्थिति बेहतर होगी क्योंकि इस क्षेत्र में बहुत सारे काम चल रहे हैं जैसे कि रुपये में व्यापार (सरकार द्वारा इसे बढ़ावा देना)। उन्होंने उम्मीद जताई कि हम इस संबंध में कुछ और ठोस कार्रवाई देखेंगे। उन्होंने कहा कि खेप में देरी का मसला अब काफी हद तक हल हो गया है।

इस वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान मारुति सुजूकी का यात्री वाहन निर्यात स्थिर रहा, जिसमें न तो वृद्धि देखी गई और न ही गिरावट। इसके विपरीत देश की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी ह्युंडै ने इसी अवधि के दौरान अपने निर्यात में पिछले साल के मुकाबले 16.2 प्रतिशत की वृद्धि देखी और यह बढ़कर 86,105 वाहन हो गया।

First Published : October 16, 2023 | 9:43 PM IST