पीएचडी की छात्रा वी धनलक्ष्मी (बदला हुआ नाम) से जब बिज़नेस स्टैंडर्ड ने संपर्क करने की कोशिश की तब वह काफी डरी और घबराई हुई थीं। बाढ़ आने, बिजली कटने और मोबाइल नेटवर्क के ठीक से काम न करने के चलते उनकी आवाज में घबराहट साफतौर पर महसूस की जा सकती थी। वह बेहतर नेटवर्क में बात करने की कोशिश करते हुए अपने घर की छत से बात कर रही थीं।
उन्होंने रोते हुए कहा, ‘हम घर के बुजुर्गों की मदद करने के लिए बिना नेटवर्क के बचाव दलों से भी कैसे संपर्क कर सकते हैं? मेरे घर में बाढ़ का पानी आ गया है और अभी तो एक सांप भी दिख रहा है।’ उनकी कॉल अचानक कट गई और कॉल कटते वक्त दूसरी तरफ से हताशा से तेज आवाज में रोने की आवाज सुनाई दी।
सिर्फ धनलक्ष्मी को ही ऐसी मुश्किल परिस्थिति से नहीं गुजरना पड़ रहा है बल्कि चेन्नई में रहने वाले हजारों लोग शहर के बाढ़ वाले इलाके में कॉल करने में मसरूफ दिखे। मंगलवार शाम को चक्रवाती तूफान मिगजॉम ने चेन्नई से 375 किलोमीटर दूर आंध्र प्रदेश के बापटला जिले में दस्तक दी।
मंगलवार को पूरे शहर में रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और बीएसएनएल जैसी प्रमुख दूरसंचार कंपनियों की सेवाएं प्रभावित दिखीं क्योंकि दूरसंचार टावर वाले स्थलों पर डीजल पहुंचाने में कठिनाई हो रही है और बैटरी की समस्या भी दिख रही है।
उद्योग से जुड़े एक सूत्र ने कहा, ‘सेवाएं बहाल करने का काम तेजी से चल रहा है। राज्य सरकार ने एहतियात बरतते हुए विशेषतौर पर निचले इलाकों में बिजली बंद कर दी थी। अधिकांश क्षेत्रों में डीजल जेनरेटर सेट, बैकअप के रूप में चल रहे थे लेकिन अब वे भी नहीं चल रहे हैं। इसके अलावा, चेन्नई में, अधिकांश साइटों को टावर कंपनियों के परिचालकों ने ले लिया है।’
बिज़नेस स्टैंडर्ड से बातचीत में वोडाफोन आइडिया ने कहा कि इस तरह के संकट वाले दौर में भी कारोबार की प्रक्रिया को सुचारु रूप से चलाने की मजबूत प्रक्रियाएं हैं।
वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘मिगजॉम चक्रवात (Cyclone Michaung) के आने से बिजली गुल होने और नेटवर्क साइटों तक सीमित पहुंच के चलते आंशिक रूप से हमारी सेवाएं प्रभावित हुई हैं। अत्यधिक बाढ़ के चलते बनी चुनौतियों के बावजूद, हमारी जमीनी टीमें स्थानीय अधिकारियों के साथ दिन-रात काम कर रही हैं। वॉयस और डेटा सेवाओं को धीरे-धीरे बहाल किया जा रहा है और हमें उम्मीद है कि जल्द ही स्थिति सामान्य हो जानी चाहिए।’
निजी क्षेत्र के तीन दूरसंचार परिचालकों के अधिकारियों ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया कि उन्हें उम्मीद है कि बुधवार तक जब चक्रवात उत्तर की ओर बढ़ेगा और बाढ़ का पानी कम होगा तब वे टावर साइट को फिर से सक्रिय कर देंगे।
एयरटेल एक्सट्रीम फाइबर ने उपभोक्ताओं को संदेश भेजा है कि मंगलवार रात तक सेवाएं फिर से शुरू हो जाएंगी। मंगलवार को शहर में बचाव कार्य काफी जोर-शोर से किया जा रहा था।
मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने संवाददाताओं से कहा, ‘हमने पिछली बारिश के आधार पर कार्ययोजना बनाई थी। अप्रत्याशित बारिश के बावजूद इस बार पहले की तुलना में कम नुकसान हुआ है। चेन्नई में जल्द सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए पूरी गंभीरता से उपाय किए जा रहे हैं।’