Q4 Results: अदाणी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) का शुद्ध लाभ मार्च तिमाही में 37.6 फीसदी घट गया, जिसकी वजह एयरपोर्ट का एकमुश्त पिछला बकाया और वाणिज्यक खनन नुकसान रही।
कंपनी का शुद्ध लाभ मार्च में समाप्त तिमाही में 451 करोड़ रुपये रहा जबकि राजस्व 0.8 फीसदी की बढ़त के साथ 29,180 करोड़ रुपये। कंपनी का एबिटा 3,646 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल के मुकाबले 8.3 फीसदी कम है।
उसके मुंबई इंटरनैशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (मायल) का एकमुश्त असामान्य खर्च 627.37 करोड़ रुपये रहा, जो पिछला बकाया है।
अदाणी न्यू इंडस्ट्रीज (जिसके पास न्यू एनर्जी बिजनेस, जिसमें सौर मॉड्यूल व विंड टरबाइन विनिर्माण शामिल है) का एबिटा 6.2 गुना बढ़कर 641 करोड़ रुपये रहा जबकि एयरपोर्ट बिजनेस का एबिटा 130 फीसदी बढ़कर 662 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
विज्ञप्ति में अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी के हवाले से कहा गया है, अदाणी एंटरप्राइजेज ने एक बार फिर अपनी स्थिति देश में न सिर्फ प्रीमियर बिजनेस इनक्यूबेटर के तौर पर स्थापित की है बल्कि वह इन्फ्रा के विकास में वैश्विक तौर पर अग्रणी भी है।
अदाणी पोर्ट्स का शुद्ध लाभ 76.87 फीसदी बढ़ा
अदाणी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) का जनवरी-मार्च तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 76.87 फीसदी बढ़कर 2,014.77 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। कंपनी ने इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 1,139.07 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया था।
एपीएसईजेड ने बताया कि देश की सबसे बड़ी एकीकृत लॉजिस्टिक्स कंपनी की वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में एकीकृत कुल आय बढ़कर 7,199.94 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले समान अवधि में 6,178.35 करोड़ रुपये थी। आलोच्य तिमाही में कुल व्यय बढ़कर 4,450.52 करोड़ रुपये हो गया, जो एक वर्ष पूर्व इसी तिमाही में 3,995 करोड़ रुपये था।
एपीएसईजेड के पूर्णकालिक निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी (CEO) अश्विनी गुप्ता ने कहा, ‘ एपीएसईजेड ने माल ढुलाई, राजस्व और कर पूर्व आय पर वित्त वर्ष की शुरुआत में दिए गए अपने ऊपरी लक्ष्य से बेहतर प्रदर्शन किया है।’
कंपनी ने एक बयान में कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में एपीएसईजेड ने देश के कुल माल ढुलाई का 27 प्रतिशत और कंटेनर कार्गो का 44 फीसदी संभाला। वित्त वर्ष 2023-24 में एपीएसईजेड की घरेलू माल ढुलाई में सालाना आधार पर 21 फीसदी की वृद्धि हुई।
फेडरल बैंक का शुद्ध लाभ स्थिर रहा
पेंशन के लिए 162 करोड़ रुपये के एकमुश्त प्रावधान के कारण फेडरल बैंक का शुद्ध लाभ मार्च तिमाही में 906.30 करोड़ रुपये पर स्थिर रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 902.61 करोड़ रुपये रहा था। बैंक की शुद्ध ब्याज आय 14.97 फीसदी की बढ़त के साथ 2,195.11 करोड़ रुपये रही।
बैंक के एमडी व सीईओ श्याम श्रीनिवासन ने कहा, मार्च तिमाही अच्छी नहीं रही। वित्त वर्ष 25 में हम अच्छी रफ्तार से प्रवेश कर रहे हैं। हमारा मानना है कि परिसंपत्तियों व जमाओं में सतत वृद्धि के साथ हमारी बाजार हिस्सेदारी बढ़ेगी।
बैंक का सकल एनपीए 2.13 फीसदी रहा, जो एक साल पहले 2.36 फीसदी रहा था, वहीं शुद्ध एनपीए 0.6 फीसदी रहा, जो पहले 0.69 फीसदी रहा था।
साउथ इंडियन बैंक का शुद्ध लाभ घटा
साउथ इंडियन बैंक का बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) का शुद्ध लाभ 13.88 फीसदी घटकर 287.56 करोड़ रुपये रह गया। वित्त वर्ष 2022-23 की समान तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 333.89 करोड़ रुपये रहा था।
साउथ इंडियन बैंक ने गुरुवार को कहा कि मार्च तिमाही में उसका कुल खर्च बढ़कर 2,187 करोड़ रुपये हो गया, जो इससे पिछले साल की समान अवधि में 1,757 करोड़ रुपये था। बैंक की कुल आमदनी मार्च तिमाही में बढ़कर 2,621 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 2022-23 की समान तिमाही में 2,318 करोड़ रुपये रही थी।
पूरे वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बैंक का शुद्ध लाभ 38 फीसदी बढ़कर 1,070 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2022-23 में 775 करोड़ रुपये था। बैंक के निदेशक मंडल ने बीते वित्त वर्ष के लिए एक रुपये अंकित मूल्य वाले प्रत्येक इक्विटी शेयर पर 30 फीसदी या 30 पैसे प्रति शेयर के लाभांश की सिफारिश की है।
कोल इंडिया का लाभ 26 फीसदी बढ़ा
सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) का पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 26.2 फीसदी बढ़कर 8,682.20 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। देश की सबसे बड़ी कोयला कंपनी ने गुरुवार को तिमाही नतीजे की सूचना दी। एक साल पहले की समान तिमाही में कोल इंडिया ने 6,875.07 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था।
हालांकि, कोल इंडिया की एकीकृत आय जनवरी-मार्च, 2024 तिमाही में घटकर 39,654.50 करोड़ रुपये रह गई। वित्त वर्ष 2022-23 की समान अवधि में यह 40,371.51 करोड़ रुपये रही थी। देश के कुल कोयला उत्पादन में कोल इंडिया लिमिटेड की हिस्सेदारी 80 फीसदी से भी अधिक है।
टाटा प्रोजेक्ट्स का शुद्ध लाभ 120.57 करोड़ रुपये
इंजीनियरिंग, खरीद और विनिर्माण (ईपीसी) क्षेत्र की कंपनी टाटा प्रोजेक्ट्स का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष की चौथी (जनवरी-मार्च) तिमाही में 120.57 करोड़ रुपये रहा है। वित्त वर्ष 2022-23 की समान तिमाही में कंपनी को 366.42 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
टाटा प्रोजेक्ट्स ने कहा कि उसकी परिचालन आय मार्च तिमाही में बढ़कर 5,412.80 करोड़ रुपये रही है, जो पिछले साल समान तिमाही में 5,015.21 करोड़ रुपये थी।
टाटा प्रोजेक्ट्स के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) विनायक पई ने कहा कि कंपनी के रणनीतिक पुनर्गठन, संगठनात्मक परिवर्तन और परिचालन दक्षता पर बेहतर तरीके से ध्यान देने के नतीजे मिलने लगे हैं।
रामकृष्ण फोर्जिंग्स का शुद्ध लाभ बढ़ा
रामकृष्ण फोर्जिंग्स लिमिटेड (आरकेएफएल) का बीते वित्त वर्ष की चौथी (जनवरी-मार्च) तिमाही का एकल आधार पर शुद्ध लाभ 31 फीसदी बढ़कर 87.30 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2022-23 की समान तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 66.82 करोड़ रुपये रहा था।
कंपनी ने गुरुवार को कहा कि उसकी कुल आमदनी मार्च तिमाही में छह फीसदी बढ़कर 886.16 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल समान तिमाही में 835.40 करोड़ रुपये थी। पूरे वित्त वर्ष 2023-24 के लिए कंपनी का शुद्ध लाभ 38 फीसदी बढ़कर 326.07 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2022-23 में 235.59 करोड़ रुपये था। पिछले वित्त वर्ष में कंपनी की आमदनी बढ़कर 3,489.61 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 2022-23 में 3,001 करोड़ रुपये रही थी।
ब्लू स्टार का लाभ 29 फीसदी घटा
एयर कंडीशनर (एसी) और वाणिज्यिक रेफ्रिजरेशन प्रणाली बनाने वाली कंपनी ब्लू स्टार लिमिटेड का वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी (जनवरी-मार्च) तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 29 फीसदी घटकर 159.71 करोड़ रुपये रहा है। कंपनी का वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ 225.29 करोड़ रुपये था।
ब्लू स्टार लिमिटेड ने बताया कि उसकी कुल आय आलोच्य तिमाही में बढ़कर 3,340.16 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 2022-23 की जनवरी-मार्च अवधि में 2,830.48 करोड़ रुपये रही थी। चौथी तिमाही में कंपनी का कुल खर्च भी बढ़कर 3,126.38 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 2,485.46 करोड़ रुपये था। कंपनी ने कहा, ‘31 मार्च, 2024 को समाप्त वित्त वर्ष में उसकी परिचालन आय 21.4 फीसदी बढ़कर 9,685.36 करोड़ रुपये हो गई।