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वाहन कंपनियों पर जिंस कीमतों में तेजी की मार

Last Updated- December 11, 2022 | 9:57 PM IST

अप्रैल 2020 में कोविड वैश्विक महामारी की शुरुआत के बाद अब तक डीलर कीमतों में 90 फीसदी की वृद्धि हो चुकी है। महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के ट्रक एवं बस डिवीजन (एमटीबी) ने कहा है कि जिंस कीमतों में तेजी से कंपनी का कारोबार प्रभावित हुआ है। उसने कहा है कि कंपनी बढ़ी हुई लागत का पूरा बोझ ग्राहकों के कंधों पर डालने में असमर्थ है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जिंस कीमतों में वृद्धि किसी भी कंपनी के लिए ग्राहकों के कंधों पर सरकारने वाले बोझ के मुकाबले अधिक है। महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के मुख्य कार्याधिकारी (ऑटोमोटिव सेक्टर) विजय नाकरा ने कहा, ‘हम इस पर तिमाही आधार पर नजर रख रहे हैं। हम इसे पूरी तरह ग्राहकों के कंधों पर नहीं डाल सकते हैं बल्कि एक महत्त्वपूर्ण हिस्से को ही ग्राहकों के ऊपर डाला जाएगा।’
इस्पात जैसी जिंस की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। इस्पात की कीमत अप्रैल 2020 में 38 रुपये प्रति किलोग्राम थी जो बढ़कर चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में करीब 77 रुपये प्रति किलोग्राम हो चुकी है। तांबा, एल्युमीनियम, कोकिंग कोल और रोडियम जैसी अन्य वस्तुओं की कीमतों में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।

First Published - January 17, 2022 | 11:22 PM IST

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