दो बार लॉकडाउन की मार झेल चुके सराफा कारोबारियों के लिए इस बार दीवाली बड़ी राहत लेकर आई है। दीवाली के अवसर पर सोने-चांदी के सिक्के, मूर्तियां और गहने खूब बिके। ग्राहकों ने दीवाली और धनतेरस पर गहनों पर जमकर खर्च किया। शुभ मुहूर्त को ध्यान में रखते हुए ग्राहकों ने दीवाली से पहले ही शादियों के लिए गहने खरीदना शुरू कर दिया। चूंकि कोविड के बाद से शादियां कम हुई, इसलिए रुकी हुई मांग अब निकल रही है। पिछले साल दीवाली के मुकाबले इस बार सोने के दाम 4-5 फीसदी कम होने से भी खरीदारी को बल मिला है।
कारोबारियों के मुताबिक दिल्ली में धनतेरस के दिन 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का सराफा कारोबार हुआ, जो पिछली धनतेरस से 30-40 फीसदी अधिक है। मुंबई और महाराष्ट्र के दूसरे शहरों में भी धनतेरस पर 40 फीसदी ज्यादा कारोबार हुआ और आंकड़ा 700 करोड़ रुपये के पार पहुंच गया। मुंबई में संगम चेन के मालिक रमन सोलंकी ने बताया कि ग्राहकों के उत्साह के कारण रात 12 बजे तक शोरूम खुले रहे और 2019 के मुकाबले बहुत ज्यादा बिक्री रही। सोने-चांदी की कीमत कम होने का भी फायदा ग्राहकों ने उठाया। मुंबई में धनतेरस के दिन 47,644 रुपये प्रति 10 ग्राम था और चांदी 64,208 रुपये प्रति किलोग्राम रही, जो पिछले धनतेरस से काफी कम थे।
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के अनुसार धनतेरस पर देश भर में लगभग 15 टन सोने के आभूषण बिके, जो 7,500 हजार करोड़ रुपये के बैठे। दिल्ली में करीब 1,000 करोड़ रुपये, महाराष्ट्र में 1,500 करोड़, उत्तर प्रदेश में करीब 6,00 करोड़ रुपये और दक्षिण भारत में करीब 2,000 करोड़ रुपये के स्वर्ण आभूषणों का कारोबार हुआ।
दिल्ली बुलियन ऐंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष वी के गोयल ने बताया कि पिछली दीवाली की तुलना में इस दीवाली पर सोने की मांग काफी ज्यादा रही और ग्राहकों ने ज्यादा वजन के गहने भी खरीदे। पिछले कुछ साल से ग्राहक धनतेरस पर हल्के वजन के गहने खरीदते थे और सिक्कों पर ज्यादा खर्च करते थे। मगर इस बार सिक्कों के साथ गहने भी खूब खरीदे गए।
द बुलियन ऐंड ज्वैलर्स एसोसिएशन कूचा महाजनी के चेयरमैन योगेश सिंघल ने बताया कि इस दीवाली मांग इतनी ज्यादा रही कि सराफा कारोबार कोविड के पहले के स्तर को भी पार कर गया। धनतेरस के दिन चांदी की भगवान की मूर्तियों और सिक्कों के साथ सोने की गिन्नियों की बिक्री पिछले साल से 40 फीसदी ज्यादा रही। इस धनतेरस दिल्ली में 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा सराफा कारोबार होने का अनुमान है। करोलबाग ज्वैलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष और खन्ना ज्वैलर्स के मालिक विजय खन्ना ने कहा कि पिछले धनतेरस पर सराफा कारोबार काफी सुस्त था। मगर इस बार खरीदारी के प्रति ग्राहकों की रुचि इतनी ज्यादा थी कि उन्होंने गिफ्ट देने के लिए छोटे गहने मसलन अंगूठी, इयर रिंग, चेन आदि खूब खरीदे। दीवाली बाद शादियों के लिए गहनों की बिक्री पिछले दो साल में सबसे ज्यादा होने की संभावना है क्योंकि कोविड के बाद लोगों ने गहनों की खरीद कम कर दी थी और शादियां भी कम हुई। जिससे अब सर्दियों में रुकी हुई मांग निकलने से गहनों की बिक्री बढ़ेगी।